नई दिल्ली। कर्नाटक में ठेकेदार संतोष पाटिल (Contractor Santosh Patil) की मौत के बाद राज्य की सियासी पारा गरमाया हुआ है। बीते दिनों बेलगावी का ठेकेदार संतोष पाटिल उडुपी (Udupi) के एक होटल में मृत पाए गए थे। पुलिस के अनुसार, संतोष पाटिल का शव प्राइवेट लॉज के एक कमरे में मिला। वहीं संतोष पाटिल की मौत का आरोप कर्नाटक सरकार में मंत्री के एस ईश्वरप्पा (KS Eshwarappa) पर लग रहे थे। ग्रामीण विकास एवं पंचायत राज्य मंत्री ईश्वरप्पा पर संतोष पाटिल ने 40 फीसदी कमीशन मांगने का आरोप लगाया था। वहीं इस मामले को लेकर उन पर लगातार इस्तीफा देने का दवाब बना हुआ था। कांग्रेस संतोष पाटिल की हत्या का आरोप ईश्वरप्पा लगा रही थी और कर्नाटक सरकार पर हमला बोल रही थी। इसी बीच अब मामले पर एक बड़ी जानकारी सामने आई है। ठेकेदार संतोष पाटिल की कथित आत्महत्या केस में नाम आने के बाद कर्नाटक सरकार में मंत्री के एस ईश्वरप्पा ने इस्तीफा देने का निर्णय किया है। संतोष पाटिल की आत्महत्या के मामले में पुलिस में केस दर्ज होने के बाद उन्होंने ये फैसला लिया है।
उन्होंने कहा, “मैंने सरकार में सीएम (बसवराज) बोम्मई के नेतृत्व में अब तक आरडीपीआर मंत्री के तौर पर काम किया है। मैंने शुक्रवार शाम को अपना इस्तीफा देने का फैसला किया है। मैं अपनी पार्टी और पार्टी नेतृत्व को शर्मिदा नहीं करना चाहता।” ईश्वरप्पा ने कहा कि उन्होंने पहले भी अपना इस्तीफा देने का फैसला किया था, लेकिन उनके सहयोगियों ने उन्हें रोक दिया। उन्होंने कहा, “अगर मैंने कोई गलती की है, तो भगवान मुझे सजा दें। मुझे विश्वास है कि मैं ठेकेदार आत्महत्या मामले में आरोपों से मुक्त हो जाऊंगा।”
ठेकेदार संतोष पाटिल की कथित आत्महत्या मामले में कर्नाटक के मंत्री केएस ईश्वरप्पा का नाम सामने आने के बाद उनका कहना है कि वह कल मुख्यमंत्री को अपना इस्तीफा सौंप देंगे।
उन्होंने कहा, ”कल मैं इस्तीफा मुख्यमंत्री को सौंप रहा हूं, सहयोग के लिए मैं आप सभी का शुक्रिया अदा करता हूं।” pic.twitter.com/BL0qhl4lfh
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 14, 2022
पाटिल ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली थी और ईश्वरप्पा को उनकी मौत के लिए सीधे तौर पर जिम्मेदार ठहराया गया है। मंत्री पर आरोप लगाया गया है कि उन्होंने अपने सहयोगियों के माध्यम से 4 करोड़ रुपये की परियोजना में 40 प्रतिशत कमीशन मांगा था। कांग्रेस ने ईश्वरप्पा के इस्तीफे और गिरफ्तारी की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल का आह्वान किया है।