नई दिल्ली। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कश्मीर में धारा 370 की बहाली की मांग कर रहे कांग्रेस और इंडिया गठबंधन को ललकारते हुए कहा कि आपकी चार पुश्तें भी आ जाएं तो भी हम धारा 370 वापस नहीं आने देंगे। महाराष्ट्र के शिराला में जनसभा को संबोधित करते हुए केन्द्रीय गृह मंत्री ने लोगों से सवाल किया, कश्मीर हमारा है या नहीं? कश्मीर से धारा 370 हटनी चाहिए थी या नहीं? शाह ने महाराष्ट्र के महाविकास अघाड़ी गठबंधन पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस, शरद पवार की एनसीपी और उद्धव ठाकरे की नकली शिवसेना वाले कहते हैं कि कश्मीर में धारा 370 नहीं हटनी चाहिए।
महाराष्ट्र: शिराला में केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने कहा “कश्मीर हमारा है या नहीं? धारा 370 हटनी चाहिए थी या नहीं? यह कांग्रेस,एनसीपी और नकली शिवसेना वाले कहते हैं कि कश्मीर में धारा 370 नहीं हटनी चाहिए…।” pic.twitter.com/641BL4VQze
— IANS Hindi (@IANSKhabar) November 8, 2024
गृहमंत्री ने कांग्रेस और इंडिया गठबंधन को निशाने पर लेते हुए कहा कि इन लोगों ने एक प्रकार से तुष्टीकरण की सभी सीमाएं लांघ दी। पूरा देश वक्फ बोर्ड के कुछ प्रावधान, जो कांग्रेस पार्टी ने किया उससे परेशान है। पीएम नरेंद्र मोदी वक्फ बोर्ड में बदलाव का बिल संसद में लाए और यह लोग उसका विरोध कर रहे हैं। हाल ही में कर्नाटक वक्फ बोर्ड ने पूरे गांव की जमीन को मंदिरों समेत वक्फ की संपत्ति घोषित कर दिया है। मैं पवार साहब, उद्धव जी को पूछना चाहता हूं कि वक्फ बोर्ड का समर्थन करेंगे या विरोध। अगर गलती से महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी की सरकार आ गई तो ये लोग किसानों की भूमि वक्फ बोर्ड के नाम कर देंगे। लेकिन जब तक केंद्र में नरेंद्र मोदी सरकार है मैं आपसे वादा करता हूं हम मंदिर या किसानों की जमीनों को किसी को हाथ लगाने नहीं देंगे।
महाराष्ट्र: शिराला में केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने कहा “इन लोगों ने एक प्रकार से तुष्टीकरण की सभी सीमाएं लांघ दी। पूरा देश वक्फ बोर्ड के कुछ प्रावधान से परेशान है। पीएम मोदी वक्फ बोर्ड में बदलाव का बिल लाए और यह लोग उसका विरोध कर रहे हैं…।” pic.twitter.com/BHolRwZJIq
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अमित शाह ने कहा, मैं महाविकास आघाड़ी वालों से और आप से भी पूछने आया हूं कि औरंगाबाद का नाम संभाजीनगर होना चाहिए या नहीं? आघाड़ी वाले इसका विरोध करते हैं और अपने आपको महान बाला साहेब ठाकरे का वारिस कहने वाले उद्धव ठाकरे भी इसका विरोध करते हैं। उन्होंने शरद पवार को चैलेंज करते हुए कहा, पवार साहब, चाहे जितना जोर लगा लो, संभाजीनगर का नाम यही रहने वाला है, कोई बदल नहीं सकता।
महाराष्ट्र: शिराला में केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने कहा “आघाडी वालों से और आप से पूछने आया हूं औरंगाबाद का नाम संभाजीनगर होना चाहिए या नहीं? आघाडी वाले इसका विरोध करते हैं…।” pic.twitter.com/ri5n3tnndG
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