नई दिल्ली। चुनाव आयोग का एक फर्जी नोटिफिकेशन सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, इसमें दो नए इलेक्शन कमिश्नर डॉ. राजेश कुमार गुप्ता और डॉ. प्रियांश शर्मा की नियुक्ति की जानकारी दी गई है। पीआईबी फैक्ट चेक की ओर से इस बारे में जानकारी देते हुए बताया गया कि ये नोटिफिकेशन पूरी तरह फर्जी है। गौरतलब है कि देश में चुनाव आयुक्तों के तीन में से दो पद फिलहाल रिक्त हैं। अभी मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ही पद पर हैं। 9 मार्च को चुनाव आयुक्त अरुण गोयल ने इस्तीफा दे दिया था। इससे पहले अनूप पांडे 15 फरवरी को चुनाव आयुक्त पद से रिटायर हो गए थे। तभी से ये दोनों पद खाली चल रहे हैं और इन पदों को भरने की प्रकिया अभी पूरी नहीं हुई है। इन दोनों पदों के लिए नॉमिनेटेड अफसरों को लेकर अटकलें तेज हैं। ऐसा अनुमान है कि 15 मार्च तक दोनों खाली पड़े चुनाव आयुक्तों के पदों पर नियुक्ति कर दी जाएगी।
A notification regarding the appointment of two Election Commissioners to the Election Commission of India is circulating on social media #PIBFactCheck
✔️This notification is #fake
✔️No such Gazette notification has been issued. pic.twitter.com/VUCgl4l8wS
— PIB Fact Check (@PIBFactCheck) March 13, 2024
आपको बता दें चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति पर रोक लगाने के लिए कांग्रेस ने 11 मार्च को सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। इसमें मांग की गई है कि नए कानून के तहत चुनाव आयुक्त की नियुक्ति न होने दें। कांग्रेस नेत्री जया ठाकुर की तरफ से सुप्रीम कोर्ट में डाली गई याचिका में उन्होंने आवेदन किया कि चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति को लेकर सुप्रीम कोर्ट में उनकी याचिका लंबित है। इस पर 12 जनवरी को सुप्रीम कोर्ट की तरफ से नोटिस जारी किया गया था। इसी दौरान चुनाव आयोग के एक सदस्य अरुण गोयल ने इस्तीफा दे दिया। याचिकाकर्ता ने कहा कि चूंकि लोकसभा चुनावों का एलान जल्द हो सकता है। इसलिए चुनाव आयुक्तों की भर्ती भी तुरंत करने की जरूरत है। इसे लेकर सुप्रीम कोर्ट को नियुक्ति को लेकर साफ दिशा-निर्देश जारी करने की जरूरत है। उन्होंने मांग की है कि नए कानून के तहत चुनाव आयुक्त की नियुक्ति न होने दें।