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Farmers Protest: किसान और सरकार के बीच नौवें दौर की बैठक भी बेनतीजा, अब अगली बातचीत 19 जनवरी को

Farmers Protest: कृषि कानूनों (Farmers Law) के खिलाफ जहां किसानों का आंदोलन (Farmer Protests) शुक्रवार को भी जारी है। उधर, सरकार संग किसान नेताओं की नौवें दौर की बैठक हुई। जो बेनतीजा रही। अब अगली बैठक 19 जनवरी को होगी।

नई दिल्ली। कृषि कानूनों (Farmers Law) के खिलाफ किसानों का आंदोलन (Farmer Protests) शुक्रवार को भी जारी है। इस प्रदर्शन को आज 51 दिन हो गए हैं। किसानों के प्रदर्शन को 50 दिन से ज्यादा हो गए हैं। फिर भी मामला सुलझता नजर नहीं आ रहा हैं। किसान दिल्ली-यूपी-हरियाणा के बॉर्डर पर अभी डटे हुए हैं। जहां पूरा उत्तर भारत सर्दी का सितम झेल रहा है। ऐसे में किसान कड़ाके की ठंड के बीच खुले में अपनी मांगों को लेकर दिल्ली से सटी सीमाओं पर जमे हुए हैं। वही, आज किसानों और सरकार की नौवें दौर की बातचीत हुई, जो लगभग 5 घंटे चली। इस बार भी सरकार और किसानों की बैठक बेनतीजा रही। सबकी निगाहें विज्ञान भवन पर रहीं। बड़ी बात ये है कि ये बातचीत किसान कानूनों पर रोक के सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद पहली बार बैठक हुई। बता दें कि अब तक सरकार और किसानों में हुई 9वें दौर की बातचीत बेनतीजा रही है। अब अगले दौर की बैठक  19 जनवरी को होगी।

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सरकार संग किसानों की नौवें दौर की बैठक खत्म हो गई। लगभग 5 घंटे चली बैठक भी बेनतीजा रही। अब दसवें दौर की बैठक 19 जनवरी को दोपहर 12 बजे होगी।

सरकार के साथ 9वें दौर की वार्ता के बाद किसान नेता की प्रतिक्रिया आई। उन्होंने कहा कि कोई समाधान नहीं निकला, न कृषि कानूनों पर न MSP पर। 19 जनवरी को फिर से मुलाकात होगी।

राहुल गांधी ने कहा कि कानून रद्द होंगे, नरेंद्र मोदी जी को समझ जाना चाहिए कि किसान पीछे हटने वाले नहीं हैं। ये हिन्दुस्तान है पीछे नहीं हटता है, उनको(प्रधानमंत्री) आज नहीं तो ​कल पीछे हटना पड़ेगा। अगर इंटेलिजेंट होते तो आज ये कर देते

राहुल गांधी ने कहा कि नरेंद्र मोदी हिन्दुस्तान को नहीं समझ रहे हैं, वो सोचते हैं कि किसानों में शक्ति नहीं है और ये 10-15 दिन में चले जाएंगे क्योंकि नरेंद्र मोदी किसान की इज्जत नहीं करते। नरेंद्र मोदी हिन्दुस्तान का किसान नहीं डरेगा, नहीं हटेगा और भागना आपको पड़ेगा।

राहुल गांधी ने केंद्र पर सरकार पर हमला करते हुए कहा कि ये तीन कानून किसान को खत्म करने के कानून हैं। इस देश को आज़ादी अंबानी-अदानी ने नहीं, किसान ने दी है। आज़ादी को बरकरार हिन्दुस्तान के किसान ने रखा है, जिस दिन देश की खाद्य सुरक्षा चली जाएगी उस दिन ​देश की आज़ादी चली जाएगी।

कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी कृषि कानूनों के खिलाफ जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन कर रहे कांग्रेस सांसदों से मिले।

एक तरफ किसानों और सरकार की बैठक जारी है। तो दूसरी तरफ कांग्रेस पार्टी आज एक बार फिर देशव्यापी प्रदर्शन कर रही है। कांग्रेस की ओर से किसान अधिकार दिवस मनाया जा रहा है। दिल्ली में राजभवन को घेरने के लिए राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा की अगुवाई में कांग्रेस कार्यकर्ताओं का हुजूम रवाना हो गया है। लेकिन पुलिस ने राजभवन से पहले बेरिकेड्स लगाए हैं, ताकि कांग्रेसियों को रोका जा सके।

दिल्ली के विज्ञान भवन में किसान नेताओं और केंद्र सरकार के बीच 9वें दौर की बैठक शुरू हुई। बैठक में केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल और सोमप्रकाश मौजूद हैं।

किसानों के साथ होने वाली 9वें दौर की वार्ता के लिए केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर विज्ञान भवन पहुंचे।

9वें दौर की वार्ता से पहले भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि कानून संसद लेकर आई है और ये वहीं खत्म होंगे। कानून वापस लेने पड़ेंगे और MSP पर कानून लाना पड़ेगा। साथ ही उन्होंने कहा कि अगर सरकार अपनी बात पर अड़ी रही तो 15 मिनट बाद बाहर आ जाएंगे।

केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि भारत सरकार उच्चतम न्यायालय के फैसले का स्वागत करती है और उच्चतम न्यायालय की बनाई समिति जब सरकार को बुलाएगी तो हम अपना पक्ष समिति के सामने रखेंगे। आज वार्ता की तारीख़ तय थी इसलिए किसानों के साथ हमारी वार्ता जारी है।

बैठक से पहले केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने कहा कि किसान यूनियन के नेता सुप्रीम कोर्ट से भी बड़े हो रहे हैं। मंत्री जी ने लगातार 8 दौर की वार्ता की, गृहमंत्री जी लगातार उनके संपर्क में हैं, प्रधानमंत्री जी ने भी आश्वासन दिया है, कोर्ट ने कानूनों पर रोक लगा दी है। यह उनकी जिद है वे इसे छोड़ें।

आज केंद्र सरकार और किसान नेताओं के बीच होने वाली 9वें दौर की वार्ता के लिए किसान नेता विज्ञान भवन पहुंचे।

केंद्र सरकार के साथ होने वाली 9वें दौर की वार्ता के लिए किसान नेता सिंघु बॉर्डर से विज्ञान भवन के लिए रवाना हुए।

कृषि कानूनों के खिलाफ टिकरी बॉर्डर पर किसानों का विरोध-प्रदर्शन आज 51वें दिन भी जारी है।

सुप्रीम कोर्ट द्वारा बनाई गई कमेटी से अपने अलग होने पर भारतीय किसान यूनियन के नेता भूपिंदर सिंह मान ने शुक्रवार को प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा, ”आंदोलन और किसानों के हितों को देखते हुए मैं समझता हूं कि उसमें(कमेटी) जाने का कोई तुक नहीं है। जब उन्होंने (किसानों) कह दिया है कि हम कमेटी के सामने नहीं जाने वाले हैं तो कमेटी का कोई तुक नहीं रह जाता इसलिए मैंने कमेटी को छोड़ा है।”

स्पीक उप फॉर किसान अधिकार के तहत कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए ट्वीट कर कहा, ”देश के अन्नदाता अपने अधिकार के लिए अहंकारी मोदी सरकार के खिलाफ सत्याग्रह कर रहे हैं। आज पूरा भारत किसानों पर अत्याचार व पेट्रोल-डीज़ल के बढ़ते दामों के विरुद्ध आवाज बुलंद कर रहा है। आप भी जुड़िये और इस सत्याग्रह का हिस्सा बनिये।”