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Bharat Bandh: प्रदर्शनकारियों के सामने हाथ जोड़कर मिन्नतें करती रही महिला फिर भी नहीं पसीजा दिल, देखिए किसानों की मनमानी के Video

Bharat Band: किसान नेताओं द्वारा कृषि कानून के विरोध में भारत बंद का आव्हान तो बुलाया गया लेकिन जब आम लोग इस भारत बंद के समर्थन में नहीं आये तो किसान नेता और उनकी गैंग जबरदस्ती सड़कों को जाम करने में लग गयी।

नई दिल्ली। किसान नेताओं द्वारा कृषि कानून के विरोध में भारत बंद का आव्हान तो बुलाया गया लेकिन जब आम लोग इस भारत बंद के समर्थन में नहीं आये तो किसान नेता और उनकी गैंग जबरदस्ती सड़कों को जाम करने में लग गयी। इसी का नतीजा है कि सड़कों पर कई किलोमीटर तक जाम लग गया है जिसके कारण आम लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। इतना ही नहीं, खुद को आम इंसान बताने वाले किसान नेताओं और उनकी गैंग के सामने कई मरीजों के परिजन अपनी गाड़ी ले जाने की भीख मांगते नजर आये लेकिन किसान नेताओं का दिल नहीं पसीजा।

नीचे दिखाए गये वीडियो में आप देख सकते हैं कि किस तरह एक महिला बता रही है कि उसके किसी रिश्तेदार का निधन हो गया था, इसी वजह से उसे घर से बाहर निकलना पड़ा लेकिन किसान नेता उसे आगे जाने नहीं दे रहे हैं। महिला लगातार विनती कर रही है कि “भैया प्लीज मुझे जाने दो” लेकिन वहां पर खड़ा ‘किसान नेता” जवाब देता है कि “छोटी गाड़ी लेकर जाओ।”

वहीं दूसरे वीडियो में एक व्यक्ति बता रहा है कि उसकी मां को दिल का दौरा पड़ गया था। उसे देहरादून से आपात स्थिति में गुरुग्राम पहुंचना है, लेकिन किसान नेताओं द्वारा बुलाये गए बंद की वजह से वो अस्पताल नहीं पहुंच पा रहा है। व्यक्ति ने साफ़-साफ़ वीडियो में कहा कि, “ मैंने किसान नेताओं से बात की कि मुझे जाने दिया जाए, लेकिन ये किसान नेता हमें जरूरी होने पर भी नहीं जाने दे रहे हैं।” नाराजगी में व्यक्ति ने यहां तक कह दिया कि मैं ऐसे किसी किसान आन्दोलन का समर्थन नहीं करता! मुझे किसानों का व्यवहार बेहद बुरा लगा है।

वहीं एक और वीडियो में एक महिला किसान नेताओं के आगे हाथ जोड़कर आगे जाने देने की विनती करती नजर आ रही है, लेकिन किसान नेता लगातार महिला समेत वहां मौजूद सभी लोगों की बातों को अनसुना कर रहे हैं।

ये तो कुछ ही तस्वीरें हैं जो किसान नेताओं के जबरदस्ती कराये जा रहे बंद की बानगी हैं। ऐसी ना जाने कितनी ही तस्वीरें हैं जो कैमरे में रिकॉर्ड तक नहीं हुई होंगी और किसान नेता भारत बंद के नाम पर मनमानी कर रहे हैं।

ये बात तो साफ़ है कि अगर किसान नेताओं द्वारा बुलाये गये भारत बंद पर आम लोगों का समर्थन होता तो बाजार बंद नजर आते, सड़कें खाली नजर आतीं, कुछ तो सन्नाटा नजर आता, लेकिन जहां-जहां से तस्वीरें सामने आई हैं, कहीं भी लोग खुद से बंद का समर्थन करते नजर नहीं आये। अब लोगों का एक ही सवाल है कि आखिरकार जो बंद जबरदस्ती बुलाया जाए तो ‘ये बंद कैसा?”, जहां अस्पताल तक मरीजों को पहुंचने से रोका जाये “ये बंद कैसा?” अपने ऑफिस पहुंचने के लिए घरों से निकले लोगों को घंटों तक जाम में फंसाया जाए तो “ये बंद कैसा?” जनता सवाल पूछ रही है कि किसान आंदोलन के नाम पर कब तक आम लोगों को परेशान किया जाता रहेगा।