नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज के अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि का निधन हो गया है। जानकारी के अनुसार, प्रयागराज के बाघंबरी मठ में महंत नरेंद्र गिरि का शव फांसी के फंदे से लटकता हुआ मिला। फिलहाल मौत की वजह अभी साफ नहीं हैं। वहीं, उनकी संदिग्ध मौत की गुत्थी और उलझती जा रही है। उन्होंने खुदकुशी की है या उनकी हत्या हुई है, इसपर अभी सस्पेंस बरकरार है।
पुलिस उनके तीन शिष्यों को हिरासत में लिया है और पूछताछ जारी है। नरेंद्र गिरि के शिष्य आनंद गिरि को हरिद्वार से पुलिस ने हिरासत में लिया है। जबकि प्रयागराज लेटे हनुमान मंदिर के पुजारी और उनके बेटे को भी पुलिस हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। इस बीच शिष्य आनंद गिरि के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है। ये एफआईआर बाघम्बरी मठ के सेवादार अमर गिरि ने जॉर्ज टाउन थाने में कराई है। जानकारी के मुताबिक धारा 306 के तहत एफआईआर दर्ज कराई गई है।
यहां देखें FIR
सीबीआई जांच की मांग
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के उपाध्यक्ष देवेंद्र सिंह ने इस मामले पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। इस मामले की उन्होंने सीबीआई जांच की मांग की है। उनका कहना है कि ये मामला सीबीआई को दिया जाना चाहिए और निष्पक्ष जांच की जानी चाहिए।
Prayagraj | The matter should be given to CBI (Central Bureau of Investigation) & should be investigated fairly: Devendra Singh Vice President, Akhil Bharatiya Akhada Parishad on Mahant Narendra Giri death case (20.09) pic.twitter.com/tfXHCVv6da
— ANI UP (@ANINewsUP) September 20, 2021
हिरासत में तीन शिष्य
आनंद गिरि (नरेंद्र गिरि के शिष्य)
आद्या तिवारी (हनुमान मंदिर के पुजारी)
संदीप तिवारी (आद्या तिवारी के बेटे)
जानकारी के अनुसार, प्रयागराज के बाघंबरी मठ में महंत नरेंद्र गिरि का शव फांसी के फंदे से लटकता हुआ मिला। उनके मौत की खबर का पता लगते ही हड़कंप मच गया है। पुलिस इस पूरे मामले की जांच में जुट गई है। मौत की वजह अभी तक मालूम नहीं है, लेकिन इस बीच कयासों का बजार गरमा चुका है और अब कई ऐसे मसले उभरकर सामने आ रहे हैं, जो कि गुजरते वक्त के साथ यूं समझ लीजिए कि दफन हो चुके थे। ऐसा ही एक मसला महंत नरेंद्र गिरि की मौत के बाद काफी चर्चा में आ गया है, और वो है महंत नरेंद्र गिरी का उनके शिष्य के साथ चल रहा विवाद। बता दें कि बीते दिनों महंत नरेंद्र गिरी का उनके शिष्य आनंद गिरि के साथ विवाद हो गया था। हालांकि, इस विवाद को सुलझाने की तमाम कोशिशें की गई थीं, लेकिन विवाद की गंभीरता का अंदाजा आप महज इसी से लगा सकते हैं कि कई कोशिशों के बाद भी पहले जैसी स्थिति बहाल नहीं हो पाई।
महंत नरेंद्र गिरी महाराज का निधन, 8 पन्ने का सुसाइड नोट मिला; IG ने दी पूरी जानकारी pic.twitter.com/sUuA86rRLF
— Newsroom Post (@NewsroomPostCom) September 20, 2021