नई दिल्ली। 28 विपक्षी दलों ने मिलकर इंडिया नाम से गठबंधन बनाया है। बीजेपी इसे इंडी अलायंस कहती है। पीएम मोदी ने विपक्षी दलों के इस गठबंधन का नाम घमंडिया रखा है। अब इसी इंडिया गठबंधन के लिए रविवार का दिन पहली परीक्षा की घड़ी लेकर आ रहा है। रविवार को ही कांग्रेस के लिए भी इम्तिहान का दिन है। कांग्रेस के नेता सलमान खुर्शीद के हवाले से हिंदुस्तान टाइम्स ने खबर दी है कि 7 जनवरी 2024 से कांग्रेस सीटों के बंटवारे को लेकर विपक्षी इंडिया गठबंधन के अन्य दलों से बातचीत शुरू करने जा रही है। इससे पहले खबर ये आई थी कि कांग्रेस देशभर में 290 लोकसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारने की तैयारी कर रही है।
हिंदुस्तान टाइम्स से सलमान खुर्शीद ने बताया कि 7 जनवरी से विपक्षी दलों से कांग्रेस सीटों के बंटवारे पर चर्चा की शुरुआत करेगी। अखबार से कांग्रेस नेता ने कहा कि पहले दिन दिल्ली और पंजाब में सत्ता पर काबिज आम आदमी पार्टी यानी आप और बिहार में गठबंधन के जरिए सत्ता पर बैठी नीतीश कुमार की जेडीयू से कांग्रेस के नेता बातचीत करेंगे। खास बात ये है कि दिल्ली और पंजाब में अब तक आम आदमी पार्टी ने सभी 7 और 13 लोकसभा सीटों पर खुद लड़ने का संकेत दिया है। वहीं, बिहार में जेडीयू और आरजेडी के सूत्रों के हवाले से खबर आई थी कि महागठबंधन की तरफ से राज्य में सिर्फ 4 लोकसभा सीटें कांग्रेस को देने की बात कही गई है। अगर जेडीयू और आरजेडी इस पर अड़े रहे, तो कांग्रेस के लिए दिक्कत हो सकती है। वहीं, दिल्ली और पंजाब में अगर आप ने कांग्रेस को कम सीटें देने का प्रस्ताव किया, तो इन दोनों राज्यों में भी गठबंधन डांवाडोल हो सकता है।
कांग्रेस के सामने दिक्कत ये है कि बीते दिनों 5 राज्यों के विधानसभा चुनाव में उसकी स्थिति दयनीय रही है। कांग्रेस इन चुनावों में खुद के शासित राजस्थान और छत्तीसगढ़ हार गई। मध्यप्रदेश में भी वो सरकार बनाने से कोसों दूर रही। मिजोरम में एक भी सीट कांग्रेस को नहीं मिली। कांग्रेस सिर्फ तेलंगाना में ही सरकार बना सकी। वहीं, बीजेपी ने शानदार प्रदर्शन करते हुए राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश की सत्ता अपने कब्जे में की। मिजोरम में पहले के 1 के मुकाबले उसके 2 और तेलंगाना में 2 की जगह 7 प्रत्याशी जीते और वोट प्रतिशत में भी दोनों जगह इजाफा हुआ। ऐसे में रविवार का दिन कांग्रेस और इंडिया गठबंधन के लिए बड़ी चुनौती लेकर आने वाला दिख रहा है।