नई दिल्ली। कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद से गुलाम नबी आजाद (Ghulam Nabi Azad) लगातार सुर्खियों में है। कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद वो राहुल गांधी को जमकर घेर रहे है। इसी बीच एक बार फिर आज उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कांग्रेस पार्टी को जमकर खरी-खरी सुनाई। इतना ही नहीं गुलाम नबी मीडिया से बात करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) द्वारा राज्यसभा में उनकी विदाई के दौरान भावुक होने वाली बात का भी जवाब दिया। उन्होंने पीएम मोदी की तारीफ करते हुए कांग्रेसी नेताओं को निशाने पर लिया। उन्होंने कहा कि, पीएम मोदी के स्पीच के शब्द को पढ़े जो उन्होंने राज्यसभा में दी थी। वो (पीएम मोदी) इसलिए नहीं रोए की गुलाम नबी आजाद सदन से जाएगा तो मेरा खाना हजम नहीं होगा। उन्होंने एक घटना के बारे में बताया। शुक्र कीजिए मैं तो समझता था कि मोदी साहब तो क्रूर आदमी है शादी नहीं की है,बच्चे नहीं है। बीवी है तो उनको कोई परवाह नहीं होगी। लेकिन कम से कम उन्होंने इंसानियत दिखाई।
आगे उन्होंने कहा कि, जब मैं सीएम था कश्मीर में और गुजरात की टूरिस्ट बस में एक गाड़ी के अंदर ग्रेनेड लगा हुआ था। ग्रेनेड गाड़ी के अंदर ब्लास्ट हुआ। लोग ऑन द स्पॉट मर गए। किसी का पैर नहीं था किसी का हाथ नहीं था, तो जब गुजरात के सीएम का फोन आया। मैं जोर-जोर से रोने लगा था। फोन मेरे ऑफिस वालों ने दिया मैंने कहा कि मैं बात नहीं कर सकता हूं। तो उन्होंने मेरी रोने की आवाज सुनी। फिर सीएम बार-बार फोन करते थे कितने जख्मी हुए कितने मरे। पीएम से मैंने कहा कि मुझे 2 जहाज चाहिए। एक मैं जख्मी भेजने है। एक मैं लाशे भेजनी है। जब मैं 4 बजे उन्हें छोड़ने गया तो लोग मेरे पास आकर रोने लगे। किसी ने नाराजगी नहीं जताई किसी ने कहा मेरे पिता दे दो, किसी ने कहा माता को दे दो और मैं फिर जोर-जोर से रोया। जो किसी टेलीविजन ने दिखाया भी है। उसके बाद फिर गुजरात के सीएम का फोन आया है उन्होंने मेरे लिए नहीं उस घटना के लिए फोन किया था।
#WATCH | “I thought PM Modi to be a crude man but he showed humanity,” says Ghulam Nabi Azad pic.twitter.com/LhVHopvdhe
— ANI (@ANI) August 29, 2022
उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कांग्रेस को फटकार लगाते हुए कहा कि, मोदी तो बहाना है इनकी आंखों में हम खटकते है जिस दिन से जी- 23 ने लेटर लिखा था। क्योंकि ये लोग कहते थे कि हमको कोई लेटर नहीं लिखना चाहिए। हम तो कानून से परे है। पार्टी की स्क्रूटनी से पढ़े है और कांग्रेस जीरो भी आएंगा तो भी कोई नहीं पूछेगा। जब हमने चैलेंज किया उनकी Functioning, वर्किंग का। चुनाव नहीं हो रहे है, 25 से वर्किंग कमेटी नहीं है वो उस दिन से खटक रहा था। उसके बाद बहाने बनाए जा रहे थे। उसके बाद कई मीटिंग हुई। लेकिन एक सुझाव भी हमारा नहीं माना। हम लोगों ने जब लेटर लिखा था। जब सोनिया गांधी के घर मीटिंग हुई थी। हमने उसी दिन स्पष्ट कर दिया था। मैंने पौने घंटे बोला था कि हमें कोई पद नहीं चाहिए। हमें कोई राज्यसभा नहीं चाहिए। हमें पार्टी का प्रेसिंडेट, AICC में कोई पद नहीं चाहिए। हम 23 अपने आपको ऑफर करते है ये जो चुनाव आने वाले है पांच। उनके लिए एक कमेटी, कैंपेन कमेटी भी बनाए। और उस 23 में हम डालेंगे। आगे उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि आप कमेटी तब बनाते हो जब चुनाव खत्म हो जाते है।