newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

Gujarat: गुजराती फिल्म अभिनेता नरेश कनोडिया का निधन, पीएम मोदी के साथ गुजरात के सीएम ने जताया शोक

Gujarat: नरेश कनोडिया (Naresh Kanodia) ने केवल फिल्मों में अभिनेता के तौर पर ही काम नहीं किया बल्कि उन्होंने 150 से अधिक फिल्मों में संगीत भी दिया। नरेश कनोडिया को दादा साहेब फाल्के पुरस्कार (Dadasaheb Phalke Award) से भी सम्मानित किया जा चुका है। इससे ठीक एक दिन पहले नरेश कनोडिया के भाई महेशभाई का भी निधन हो गया था।

नई दिल्ली। कोरोना से संक्रमित गुजराती फिल्मों के सुपरस्टार और संगीतकार नरेश कनोडिया का मंगलवार सुबह निधन हो गया। कोरोना से संक्रमण के बाद उन्हें अहमदाबाद के यूएन मेहता कोविड 19 स्पेशल अस्पताल में एडमिट कराया गया था। नरेश कनोडिया की उम्र 77 साल थी। अभिनेता नरेश कनोडिया को गुजराती फिल्म इंडस्ट्री का सुपरस्टार माना जाता थे। उन्होंने 100 से अधिक फिल्मों में काम किया था। उन्होंने हिंदी फिल्म ‘छोटा’ आदमी’ में भी एक किरदार निभाया है।

Naresh Kanodiya With Vijay Rupani

नरेश कनोडिया ने केवल फिल्मों में अभिनेता के तौर पर ही काम नहीं किया बल्कि उन्होंने 150 से अधिक फिल्मों में संगीत भी दिया। नरेश कनोडिया को दादा साहेब फाल्के पुरस्कार से भी सम्मानित किया जा चुका है। इससे ठीक एक दिन पहले नरेश कनोडिया के भाई महेशभाई का भी निधन हो गया था।

Naresh Kanodiya

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी दोनों भाइयों को याद करते हुए ट्वीट किया। उन्होंने लिखा, ‘दो दिनों की अवधि में, हमने महेशभाई और नरेशभाई कनोडिया दोनों को खो दिया है। संस्कृति की दुनिया में उनके योगदान, विशेष रूप से गुजराती गीतों, संगीत और रंगमंच को लोकप्रिय बनाना कभी नहीं भूला जाएगा। उन्होंने समाज की सेवा करने और दलितों को सशक्त बनाने के लिए भी कड़ी मेहनत की।’


नरेश कनोडिया के पुत्र हेतु भी गुजारी फिल्मों के अभिनेता है। इसके साथ ही वह भाजपा के विधायक भी है। हाल में ही नरेश कनोडिया के बड़े भाई महेश कनोडिया का लंबी बीमारी के कारण 25 अक्टूबर को निधन हो गया था।


वहीं गुजरात के सीएम विजय रूपाणी ने पूर्व विधायक और गुजराती सिनेमा के सुपरस्टार स्वर्गीय नरेश कनोडिया को श्रद्धांजलि दी। स्वर्गीय नरेश कनोडिया द्वारा गुजराती फिल्म उद्योग के लिए किए गए प्रयासों को याद करते हुए विजय रूपाणी ने कहा कि गुजराती फिल्म जगत में उनका योगदान हमेशा अविस्मरणीय रहेगा। इसके साथ ही रूपाणी ने दिवंगत आत्म के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की और आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की।