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Dhirendra Shastri On Gyanvapi: ‘ज्ञानवापी मस्जिद नहीं, भगवान शिव मंदिर है’ CM योगी के बाद धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का बड़ा बयान

Dhirendra Shastri On Gyanvapi: धीरेंद्र शास्त्री ने मीडिया से बात करते हुए कहा, ज्ञानवापी को मस्जिद नहीं है पहले तो ये कहना बंद करो। ज्ञानवापी भगवान शिव का मंदिर है। नंहू हिंसा को लेकर उन्होंने कहा, देश का दुर्भाग्य है कि सनातनी हिंदू जो इस प्रकार का कार्य देख रहा है। सभी लोग जाग जाए।

नई दिल्ली। देश के सबसे चर्चित कथावाचक और बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री एक बार फिर सुर्खियों में है। आजकल मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा में वो रामकथा करने पहुंचे हैं। यहां वो मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के दिग्गज नेता कमलनाथ के आमंत्रण पर पहुंचे हैं। लिहाजा कमलनाथ और उनके बेटे नकुलनाथ की मौजूदगी भी बाबा बागेश्वर की कथा में देखी गई। अब धीरेंद्र शास्त्री कहीं कथा करने जाएं और वहां अपने बयानों से सुर्खियां न बटोरें भला ऐसा कैसे हो सकता है। इस समय वाराणसी की ज्ञानवापी मस्जिद में कोर्ट के आदेश पर सर्वे किया जा रहा है। ज्ञानवापी का मुद्दा इस वक्त देशभर में छाया हुआ है। इसी बीच आज बागेश्वर धाम के पीठाधीश पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने वाराणसी के ज्ञानवापी को लेकर बड़ा बयान दिया है।

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ज्ञानवापी मुद्दे को लेकर पंडित धीरेंद्र शास्त्री से सवाल किया तो उन्होंने इसे मस्जिद मानने से ही इनकार कर दिया। धीरेंद्र शास्त्री ने मीडिया से बात करते हुए कहा, ज्ञानवापी को मस्जिद नहीं है पहले तो ये कहना बंद करो। ज्ञानवापी भगवान शिव का मंदिर है। नंहू हिंसा को लेकर उन्होंने कहा, देश का दुर्भाग्य है कि सनातनी हिंदू जो इस प्रकार का कार्य देख रहा है। सभी लोग जाग जाए। धीरेंद्र शास्त्री लगातार हिंदू राष्ट्र की मांग करते आए है।

एक ओर जहां ज्ञानवापी परिसर का ASI सर्वे चल रहा है। वहीं बयानबाजी का सिलसिला भी लगातार जारी है। मुस्लिम पक्ष की तरफ से दावा किया जा रहा है ज्ञानवापी मस्जिद थी, और रहेगी। हिंदू पक्ष की तरफ से कहा जा रहा है कि एएसआई की रिपोर्ट से दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा। वहीं अब पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का बयान भी इस मामले में सामने आया है।

Gyanvapi

गौरतलब है कि कुछ दिन पहले ही यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी एक इंटरव्यू के दौरान कहा था कि ज्ञानवापी को मस्जिद कहेंगे तो फिर विवाद होगा। सीएम योगी ने ये भी कहा था कि त्रिशूल मंदिर के अंदर क्या कर रहा है। उन्होंने कहा था कि मुस्लिम पक्ष की तरफ से प्रस्ताव आना चाहिए कि ऐतिहासिक गलती हुई है और उस गलती का समाधान हो। उसी बात को आज पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने भी दोहराया है।