नई दिल्ली। कुछ दिन पहले उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के मथुरा (Mathura) में मंदिर में नमाज पढ़ी गई और फिर मस्जिद में हनुमान चालीसा पढ़ी गई। जिसके बाद इस मामले ने बड़ा तूल ले लिया और इसपर काफी बवाल भी हुआ। ये बवाल अभी थमा भी नहीं कि अब बागपत (Baghpat) से भी ऐसा ही मामला सामने आया है।
दरअसल, मंगलवार को भाजपा कार्यकर्ता मनुपाल बंसल ने विनयपुर की मस्जिद में हनुमान चालीसा का पाठ किया। बताया जा रहा है बंसल ने मौलाना अली हसन की रजामंदी से ही मस्जिद में पाठ किया था। बंसल ने सोशल मीडिया पर इसका लाइव टेलीकास्ट भी किया था।
मुस्लिम समाज ने मौलाना को मस्जिद से निकाला
इसके बाद अब उस मौलाना अली हसन को मुस्लिम समाज ने मस्जिद से निकाल दिया है। बुधवार को गुपचुप तरीके से हुई मुस्लिम समाज की बैठक में यह फैसला लिया गया। इसके बाद मौलाना गाजियाबाद के लोनी चले गए हैं।
मौलाना ने भाईचारे का संदेश दिया-बंसल
उधर, बंसल का कहना है कि मौलाना को निकालने का फैसला गलत है। उन्होंने तो भाईचारे का संदेश दिया था। मौलाना ने भी बंसल के खिलाफ कार्रवाई से इनकार किया था। पुलिस को दिए गए बयान में मौलाना ने कहा कि बंसल गांव के ही रहने वाले हैं और परिचित हैं, इसलिए उन पर कार्रवाई नहीं चाहते हैं।
7 दिन में तीसरी बार विवाद
बता दें कि मंदिर-मस्जिद का विवाद 7 दिन में तीसरी बार हो चुका है। सबसे पहले 29 अक्टूबर को मथुरा के नंदबाबा मंदिर में 2 मुस्लिमों ने नमाज पढ़ी थी। इस मामले में पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार भी कर लिया। वहीं, मंदिर को गंगाजल से धोया गया था। इस घटना के बाद बाद मथुरा में ही बरसाना रोड पर स्थित मस्जिद में 4 युवकों ने हनुमान चालीसा का पाठ किया था। इस मामले के भी चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।