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Hathras Stampede: हाथरस सत्संग हादसे की एफआईआर में भोले बाबा का नाम नहीं!, सिर्फ 12000 सेवादार थे मौजूद; प्रशासन से 80000 लोगों के आने की परमीशन ली लेकिन ढाई लाख जुटे

Hathras Stampede: नारायण साकार हरि उर्फ भोले बाबा के सत्संग में मंगलवार को मौत ने तांडव किया। भोले बाबा के पैर छूने के लिए भक्तों में ऐसी आपाधापी मची कि 121 लोगों की भगदड़ से मौत हो गई। इनमें ज्यादातर महिलाएं और बच्चे हैं। अब इस मामले में कई चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है।

हाथरस। नारायण साकार हरि उर्फ भोले बाबा के सत्संग में मंगलवार को मौत ने तांडव किया। भोले बाबा के पैर छूने के लिए भक्तों में ऐसी आपाधापी मची कि 121 लोगों की भगदड़ से मौत हो गई। इनमें ज्यादातर महिलाएं और बच्चे हैं। पुलिस ने इस मामले में भोले बाबा के मुख्य सेवादार और सत्संग के आयोजकों पर केस तो दर्ज किया है, लेकिन उसमें नारायण साकार हरि का नाम तक न होने की बात सामने आ रही है। इसके अलावा कुछ और चौंकाने वाली जानकारियां भी मिली हैं।

जानकारी के मुताबिक नारायण साकार हरि उर्फ भोले बाबा की हाथरस के सिकंदराराऊ में हुए सत्संग में ढाई लाख भक्तों की भीड़ जुटी थी। इनको कंट्रोल करने के लिए भोले बाबा के 12000 सेवादार ही वहां थे। बड़ी भीड़ की जुटान एक खेत में पंडाल लगाकर की गई थी। वहां कीचड़ भी थी। कीचड़ के नाक और मुंह में चले जाने से भगदड़ में गिरे लोगों की सांस रुक गई और इसे मौत का बड़ा कारण बताया जा रहा है। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार भोले बाबा के पैर छूने के लिए भक्त भागे और भगदड़ मची। एक मीडिया रिपोर्ट में ये बात भी सामने आ रही है कि भोले बाबा ने खुद अपने भक्तों से कहा था कि वे पैर छूकर जाएं। नारायण साकार हरि उर्फ भोले बाबा भगदड़ की घटना और उसमें भक्तों की मौत के बाद से लापता हैं। मैनपुरी में भोले बाबा के आश्रम में जब पुलिस पहुंची, तो वो वहां नहीं मिले।

भोले बाबा का सत्संग सिकंदराराऊ की मानव मंगल मिलन सद्भावना समिति ने कराया था। देवप्रकाश मधुकर इस सत्संग कार्यक्रम के प्रभारी थे। उनके अलावा समिति में 78 सदस्य हैं। सभी के खिलाफ पुलिस ने केस दर्ज किया है। प्रशासन का कहना है कि एसडीएम से 80000 लोगों के आने की मंजूरी ली गई थी, लेकिन ढाई लाख की भीड़ जुटाई गई। यूपी के अलावा हरियाणा और राजस्थान से भी भोले बाबा के भक्त इस सत्संग में आए थे। भीड़ संभालने के लिए भोले बाबा के सत्संग में व्यवस्था भी ठीक न होने की बात सामने आ रही है।