नई दिल्ली। बिहार में इस वक्त जहरीली शराब का मामला गरमाया हुआ है। भारतीय जनता पार्टी (BJP) इसके लिए राज्य की नीतीश सरकार पर हमलावर है। अब तक बिहार में 70 से ज्यादा लोगों की मौत जहरीली शराब की वजह से हो चुकी है। बीजेपी के हमले पर नीतीश सरकार चुप्पी साधे हुए हैं और बार-बार एक ही बात कह रहे हैं कि राज्य में पूर्ण शराबबंदी है। हालांकि नीतीश सरकार के ये सभी दावे फेल साबित हो रहे हैं क्योंकि अगर राज्य में पूर्ण शराबबंदी है तो फिर जहरीली शराब से मौत के मामले कैसे सामने आए?, लोगों को पीने के लिए जहरीली शराब कहां से मिल रही है?…अब तक इस मामले में बीजेपी नीतीश सरकार पर हमलावर थी कि अब जेडीयू के पूर्व विधायक ने ही अपनी सरकार पर हमला बोल दिया है…
बता दें, जदयू के कद्दावर और बाहुबली विधायकों में से एक नरेंद्र कुमार सिंह उर्फ बोगो सिंह, मटिहानी विधानसभा से चार बार विधायक रहे हैं। पिछले चुनावों में लोजपा के उम्मीदवार से उन्हें हार मिली थी लेकिन ये हार काफी कम अंतर की थी। अब इसी जेडीयू के पूर्व विधायक नरेंद्र कुमार सिंह ने बिहार में शराबबंदी को पूरी तरह से फेल बताते हुए कहा है कि राज्य में शराबबंदी कहने को है। लोगों को होम डिलीवरी के माध्यम से भी शराब पहुंचाई जा रही है। शासन और प्रशासन दोनों ही इसके लिए जिम्मेदार है।
राज्य सरकार को इस शराबबंदी से हुई मौत के लिए जिम्मेदार बताते हुए नरेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि बीते 6 सालों से राज्य में शराबबंदी लागू है लेकिन इस कानून के लागू होने के बावजूद बॉर्डर राज्यों से बिहार में शराब की सप्लाई हो रही है। न सिर्फ जिलों में इसे पहुंचाया जाता है बल्कि वहां से घर-घर में इसे पहुंचाया जा रहा है। इसके लिए अगर कोई जिम्मेदार है तो वो शासन और प्रशासन है। नीतीश सरकार भी इसमें जिम्मेदार हैं।
आपको बता दें, जहरीली शराब कांड में पुलिस ने मास्टरमाइंड होम्योपैथी कंपाउडर समेत पांच लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। सारण पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार की तरफ से मामले की जांच के लिए विशेष दल का गठन भी किया था जिस टीम ने ही शुक्रवार को कंपाउंडर समेत उनके साथियों को धर दबोचा है।