नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को विपक्ष पर कई मुद्दों को लेकर जमकर हमला बोला। उन्होंने पेगासस निगरानी के मामले में विपक्ष द्वारा भारत को बदनाम करने का आरोप लगाया। अमित शाह ने अपने ट्विटर अकाउंट पर एक लिंक शेयर किया। जिसके जरिए उन्होंने कहा कि, कल देर शाम हम सबने एक रिपोर्ट देखी, जिसे केवल एक ही उद्देश्य से प्रेरित होकर कुछ विशेष वर्ग के लोगों द्वारा फैलाया गया है। इस तरह का कार्य विश्व स्तर पर भारत को अपमानित करने, हमारे राष्ट्र के बारे में वही पुराने अवधारणाओं को आगे बढ़ाने और भारत के विकास पथ को पटरी से उतारने के लिए किया गया। इसके अलावा मानसून सत्र की शुरुआत में ही हंगामा करने वाले विपक्ष पर अमित शाह ने पलटवार करते हुए कहा कि, अवरोध पैदा करने वाले लोग अपनी साजिशों से भारत के विकास पथ को पटरी से नहीं उतार पाएंगे। इस बार मानसून सत्र प्रगति के नए परिणाम देगा।
मानसून सत्र पर क्या बोले अमित शाह
अमित शाह ने मानसून सत्र को लेकर कहा कि, इस बार मानसून सत्र को लेकर देशवासियों को काफी उम्मीदें हैं। किसानों, युवाओं, महिलाओं और समाज के पिछड़े वर्गों के कल्याण के लिए महत्वपूर्ण विधेयकों पर सरकार बहस और चर्चा के लिए तैयार हैं।
भारत की खराब छवि पेश कर रहे हैं कुछ लोग
मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर अमित शाह ने कहा कि, अभी कुछ दिन पहले ही मंत्रिपरिषद का विस्तार किया गया जिसमें महिलाओं, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग के सदस्यों पर विशेष बल दिया गया। लेकिन देश में कुछ ऐसी ताकतें हैं जो इस बात को पचा नहीं पा रही हैं। वे राष्ट्रीय प्रगति को भी बाधित करना चाहते हैं। ऐसे में सवाल उठता है कि ये लोग आखिर किसके इशारे पर चल रहे हैं, जिनकी मंशा भारत को खराब अवस्था में ले जाना है। आखिर इससे उन्हें क्या खुशी मिलती है कि वे बार-बार भारत को खराब छवि में दिखाते हैं?
Disruptors and obstructers will not be able to derail India’s development trajectory through their conspiracies. Monsoon session will bear new fruits of progress.https://t.co/cS0MCxe8aO
— Amit Shah (@AmitShah) July 19, 2021
देशवासियों को दिलाया विश्वास
अमित शाह ने अपनी बात में कहा कि, मैं देश के लोगों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि मोदी सरकार की प्राथमिकता साफ है। हमारी सरकार का उद्देश्य ‘राष्ट्रीय कल्याण’ है और हम इसे हासिल करने के लिए काम करते रहेंगे चाहे कुछ भी हो जाए।