नई दिल्ली। कांग्रेस आलाकमान यानी गांधी परिवार के लिए नेशनल हेराल्ड केस जी का जंजाल बन गया है। इस मामले में 5 दिन तक राहुल गांधी और फिर 3 दिन तक उनकी मां सोनिया गांधी से पूछताछ हो चुकी है। पूछताछ के बाद अब प्रवर्तन निदेशालय ED नेशनल हेराल्ड की संपत्तियों को जब्त करने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। ये जानकारी हिंदी अखबार ‘दैनिक जागरण’ ने ईडी के एक वरिष्ठ अफसर के हवाले से दी है। ईडी के इस वरिष्ठ अधिकारी ने अखबार को बताया है कि जरूरत पड़ने पर फिर सोनिया गांधी को पूछताछ के लिए बुलाया जा सकता है।
ईडी के इस अफसर ने अखबार को बताया कि पहले राहुल गांधी और फिर सोनिया गांधी ने पूछताछ के दौरान कांग्रेस के दिवंगत नेता और पार्टी के कोषाध्यक्ष रहे मोतीलाल वोरा पर सारी डील का ठीकरा फोड़ा था, लेकिन जब मोतीलाल वोरा को इसके लिए अधिकृत करने संबंधी दस्तावेज मांगे गए, तो मां और बेटा इस बारे में कुछ नहीं बता सके। ईडी के अफसर ने ये भी बताया कि इस मामले में जांच एजेंसी के पास सारे दस्तावेजी सबूत हैं और अगर आरोपी सही जवाब नहीं भी देते, तो भी कोर्ट में केस की सुनवाई पर कोई असर नहीं पड़ेगा।
बता दें कि सारा मामला नेशनल हेराल्ड अखबार चलाने वाली कंपनी एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड AJL और यंग इंडियन लिमिटेड YIL का है। एजेएल को कांग्रेस ने 90 करोड़ रुपए का कर्ज दिया था। कर्ज न चुकाने पर वाईआईएल ने महज 50 लाख देकर एजेएल के सारे शेयर ले लिए थे। इसके साथ ही देशभर में एजेएल की सैकड़ों करोड़ की संपत्ति भी वाईआईएल की हो गई। ईडी यही जानना चाहती है कि ये किस तरह की डील थी और इस डील के लिए जो भी रकम कांग्रेस या वाईआईएल ने चुकाई, वो किन स्रोतों से आई थी।