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Atique Ahmed Chat : ‘मैं अभी नहीं मरने वाला, इंशाअल्लाह अभी तो.., अतीक की चैट से बिल्डर को धमकाने का बड़ा खुलासा

Atique Ahmed Chat : चैट से इस बात का खुलासा हुआ है कि माफिया अतीक ने जब उस बिल्डर को रंगदारी ना देने पर धमकाया था तो उसने ये भी कहा था कि वह जल्दी मरने वाला नहीं है, बेहतर है कि पैसे दे दे और आकर मिले। इसके साथ ही अतीक की इस चैट से ये भी खुलासा हुआ है कि वो अपने बेटे को अपना उत्तराधिकारी बनाने की तैयारी में था। उसको उम्मीद थी कि उसकी विरासत को उसके बेटे बखूबी संभाल लेंगे। इस चैट में उसने ये भी लिखा था, मेरे बेटे न तो वकील बनेंगे और न ही डॉक्टर। उसके बिल्डर को धमकाते हुए कहा था, कि कम लफ्जों में ज्यादा समझा करो। मैं अभी मरने वाला नहीं हूं। इंशाअल्लाह एक्सरसाइज करता हूं। दौड़ता हूं।

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में अपराध की दुनिया का सबसे बड़ा नाम रहे अतीक अहमद के साम्राज्य का धीरे धीरे अंत होने लगा है। वो खुद अब इस दुनिया में नहीं है, उसके बेटे का एनकाउंटर कर दिया गया, पत्नी शाइस्ता भागी भागी फिर रही है। उसके भाई के साथ खुद उसका पुलिस कस्टडी में एनकाउंटर कर दिया गया। अब सवाल ये है कि आखिर इतने बड़े माफिया को मारने के पीछे उन तीन लड़कों का मकसद क्या सिर्फ नाम कमाना था। पुलिस इस पूरे मामले की तफ्तीश में जुटी है। लेकिन अतीक अहमद जो खुद की अपराध की दुनिया का बेताज बादशाह मानता था, वो साबरमती की जेल में जब बंद था, उसका मानना था कि वो अभी मरने वाला नहीं है।

atique ahmed

बता दें कि जब अतीक गुजरात के साबरमती की जेल में कैद था तब उसने जेल की चारदीवारी के पीछे ही उमेश पाल के ह्त्याकांड को लेकर पूरी प्लानिंग की थी। लगातार इस दौरान वो फ़ोन पर सक्रिय रहा था। उसकी तमाम चैट से इस बारे में जानकारी प्राप्त हुई है। यहीं पर वो अपने रंगदारी का प्रोग्राम भी खूब चला रहा था। उसने जेल के भीतर से ही एक व्यापारी को रंगदारी वसूलने के लिए धमकाया था। उस बिल्डर से 5 करोड़ रुपए की रकम मांगी थी। बिल्डर ने डर के मारे उसे 80 लाख रुपए दे भी दिए थे। खबर है कि जब उमेश पाल का मर्डर किया गया था तो इसी रकम को वहां लगाया गया था।

चैट से इस बात का खुलासा हुआ है कि माफिया अतीक ने जब उस बिल्डर को रंगदारी ना देने पर धमकाया था तो उसने ये भी कहा था कि वह जल्दी मरने वाला नहीं है, बेहतर है कि पैसे दे दे और आकर मिले। इसके साथ ही अतीक की इस चैट से ये भी खुलासा हुआ है कि वो अपने बेटे को अपना उत्तराधिकारी बनाने की तैयारी में था। उसको उम्मीद थी कि उसकी विरासत को उसके बेटे बखूबी संभाल लेंगे। इस चैट में उसने ये भी लिखा था, मेरे बेटे न तो वकील बनेंगे और न ही डॉक्टर। उसके बिल्डर को धमकाते हुए कहा था, कि कम लफ्जों में ज्यादा समझा करो। मैं अभी मरने वाला नहीं हूं। इंशाअल्लाह एक्सरसाइज करता हूं। दौड़ता हूं। बेहतर है कि मुझसे आके मिल लो-अतीक अहमद साबरमती जेल।’ अतीक की ये चैट दिखाती है कि माफिया किस कदर लोगों के बीच अपने भय का साम्राज्य कायम करके रखता था।