नई दिल्ली। पंजाब में साल 2022 में विधानसभा के चुनाव होने हैं। वहीं पंजाब कांग्रेस में चुनाव से पहले सियासी घमासान तेज हो गया है। शनिवार को कैप्टन अमरिंदर सिंह ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित से मुलाकात कर अपना इस्तीफा सौंपा। इस्तीफे के बाद मीडिया को संबोधित करते हुए उन्होंने कांग्रेस आलाकमान को तल्ख तेवर भी दिखाए। अमरिंदर सिंह के इस्तीफे बाद अब कांग्रेस पार्टी में घमासान तेज हो गया है कि पंजाब का अगला मुख्यमंंत्री कौन होगा। इस बीच पंजाब में जारी सियासी संकट के बीच राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अमरिंदर सिंह को लेकर ट्वीट किया है। उन्होंने रविवार को एक के बाद एक कई ट्विट्स किए है। खास बात ये है कि इस ट्वीट में वह कैप्टन अमरिंदर सिंह को नसीहत भी देते नजर आए।
कैप्टन साहब पार्टी के सम्मानित नेता हैं एवं मुझे उम्मीद है कि वो आगे भी पार्टी का हित आगे रखकर ही कार्य करते रहेंगे। pic.twitter.com/4bPmB4T3bP
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) September 19, 2021
अहम बात ये है कि अब राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को सीएम पद की कुर्सी छिनने का डर सताने लगा है क्योंकि राजस्थान में सचिन पायलट ने बीते काफी समय से उनके खिलाफ अक्रामक तेवर अपनाए हुए है। इतना ही नहीं कई असंतुष्ट कांग्रेस विधायक भी अशोक गहलोत के खिलाफ मोर्चा खोले हुए है साथ ही राज्य में सीएम बदलने की मांग भी उठती रहती है। वहीं हाल में राजस्थान की सियासत में उस वक्त घमासान मच गया जब देर रात को सीएम गहलोत के OSD लोकेश शर्मा ने इस्तीफा दे दिया। ऐसे में अमरिंदर सिंह के इस्तीफे के बाद पंजाब में कांग्रेस को डर सताने लगा और इसलिए अब अशोक गहलोत अपनी कुर्सी बचाने के लिए अमरिंदर सिंह को नसीहत दे रहे है।
पहले ट्वीट में अशोक गहलोत ने लिखा, ”मुझे उम्मीद है कि कैप्टन अमरिंदर सिंह जी ऐसा कोई कदम नहीं उठायेंगे जिससे कांग्रेस पार्टी को नुकसान हो। कैप्टन साहब ने स्वयं कहा कि पार्टी ने उन्हें साढे़ नौ साल तक मुख्यमंत्री बनाकर रखा है। उन्होंने अपनी सर्वोच्च क्षमता के अनुरूप कार्य कर पंजाब की जनता की सेवा की है।”
मुझे उम्मीद है कि कैप्टन अमरिंदर सिंह जी ऐसा कोई कदम नहीं उठायेंगे जिससे कांग्रेस पार्टी को नुकसान हो। कैप्टन साहब ने स्वयं कहा कि पार्टी ने उन्हें साढे़ नौ साल तक मुख्यमंत्री बनाकर रखा है। उन्होंने अपनी सर्वोच्च क्षमता के अनुरूप कार्य कर पंजाब की जनता की सेवा की है।
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दूसरे ट्वीट में उन्होंने लिखा, ”हाईकमान को कई बार विधायकों एवं आमजन से मिले फीडबैक के आधार पर पार्टी हित में निर्णय करने पड़ते हैं। मेरा व्यक्तिगत भी मानना है कि कांग्रेस अध्यक्ष कई नेता, जो मुख्यमंत्री बनने की दौड़ में होते हैं, उनकी नाराजगी मोल लेकर ही मुख्यमंत्री का चयन करते हैं।”
तीसरे ट्वीट में उन्होंने लिखा, ”परन्तु वही मुख्यमंत्री को बदलते वक्त हाईकमान के फैसले को नाराज होकर गलत ठहराने लग जाते हैं। ऐसे क्षणों में अपनी अर्न्तरात्मा को सुनना चाहिए। मेरा मानना है कि देश फासिस्टी ताकतों के कारण किस दिशा में जा रहा है, यह हम सभी देशवासियों के लिए चिंता का विषय होना चाहिए।”
आखिरी ट्वीट में गहलोत ने लिखा, ”इसलिए ऐसे समय हम सभी कांग्रेसजनों की जिम्मेदारी देश हित में बढ़ जाती है। हमें अपने से ऊपर उठकर पार्टी व देश हित में सोचना होगा। कैप्टन साहब पार्टी के सम्मानित नेता हैं एवं मुझे उम्मीद है कि वो आगे भी पार्टी का हित आगे रखकर ही कार्य करते रहेंगे।”