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Action: उत्तराखंड में अवैध मजारों की अब खैर नहीं, जिलों में चिन्हित कर बुलडोजर चलाने का CM धामी ने किया एलान

धामी ने इस बारे में एक पत्रिका के सवाल पर कहा कि सरकार के संज्ञान में बात आई है। सरकारी जमीन को हर हाल में अतिक्रमण से मुक्त कराया जाएगा। अफसरों को सख्त हिदायत दी गई है और ऐसे स्थानों को चिन्हित किया जा रहा है।

देहरादून। उत्तराखंड में यहां-वहां और जहां-तहां बनी अवैध मजारों की अब खैर नहीं। सीएम पुष्कर सिंह धामी ने सभी जिलों के प्रशासन से ऐसी अवैध मजारों की जानकारी जुटाने के आदेश दिए हैं। जल्दी ही इन मजारों पर बुलडोजर चलने वाला है। इससे पहले धामी ने हल्द्वानी में अवैध मीट-मछली की दुकानों को बुलडोजर से ढहाया था। धामी ने एक कार्यक्रम में कहा कि अवैध मजारों पर कार्रवाई का वक्त आ गया है। खासकर जंगल के इलाकों में बनी मजारों पर सरकार की नजर है। धामी का कहना है कि इन मजारों की वजह से जंगल के जीवों को भी दिक्कत हो रही है।

धामी ने कहा कि उत्तराखंड में मजारें बनाकर जमीन का अतिक्रमण किया जा रहा है। संरक्षित वनों में भी तमाम मजारें बन गई हैं। तराई और भाबर इलाकों में बीते करीब 15 साल से मजारों की तादाद तेजी से बढ़ी है। उन्होंने कहा कि तमाम सरकारी जमीन पर इस तरह कब्जा किया जा रहा है, लेकिन इसे अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उत्तराखंड के कुमाऊं मंडल में सिर्फ बाजपुर से कालाढूंगी के ही 20 किलोमीटर जंगल इलाके में तीन दरगाह बन गए हैं। हलद्वानी के गोला टनकपुर में शारदा और रामनगर में कोसी नदियों के किनारे वन विभाग की जमीन पर भी कब्जा है। यहां भी मजारें और दरगाह बने हैं।

pushkar singh dhami

हरिद्वार के मोतीचूर, श्यामपुर, कॉर्बेट, कालागढ़ बिजरानी और टिहरी झील के किनारे भी कई मजारें देखी जा सकती हैं। धामी ने इस बारे में एक पत्रिका के सवाल पर कहा कि सरकार के संज्ञान में बात आई है। सरकारी जमीन को हर हाल में अतिक्रमण से मुक्त कराया जाएगा। अफसरों को सख्त हिदायत दी गई है और ऐसे स्थानों को चिन्हित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मैं मीठा जरूर बोलता हूं और स्वभाव भी शांत है, लेकिन उतना ही सख्त एक्शन भी लेता हूं।