चंडीगढ़। कोरोना की वजह से बिगड़े आर्थिक हालत को सुधारने के लिए हरियाणा सरकार ने कई फैसले किए हैं। राज्य कैबिनेट की बैठक में ये कड़े फैसले किए गए हैं। सरकार के इन फैसलों से जनता पर आर्थिक भार भी आएगा वहीं उनकी सुरक्षा के मद्देनजर भी फैसले लिए गए है-
- हरियाणा सरकार के फैसलों के अंतर्गत रोडवेज बसों के किराये में वृद्धि कर दी गई है।
- सब्जी और फल मंडियों में दो फीसदी मार्केट फीस लगा दी है।
- इसके अलावा शराब भी महंगी होगी।
- पेट्राेल और डीजल भी महंगा हो गया है।
- वहीं कहा ये भी जा रहा है कि सब्जी और फल भी महंगे हो सकते हैं।
बस किराये में बढ़ोत्तरी
हरियाणा रोडवेज की सामान्य बसों में किराया 85 पैसे प्रति किलोमीटर से बढ़ाकर एक रुपये प्रति किलोमीटर कर दिया गया है, जबकि वोल्वो बसों का किराया दो रुपये प्रति किलोमीटर से बढ़ाकर ढाई रूपये प्रति किलोमीटर किया गया है। हरियाणा में सामान्य बसों का किराया बढ़ाने के बावजूद यह पंजाब, हिमाचल और राजस्थान से कम ही रहेगा।
सब्जी और फल मंडियों में फीसदी मार्केट
इस बैठक में मार्केट कमेटियों के अंतर्गत सब्जी मंडी और फ्रूट मंडी में दो फीसद मार्केट फीस फिर से बहाल कर दी गई है। इसमें एक फीसद मार्केट फीस और एक फीसद एचआरडीएफ सेस होगा। पिछली हुड्डा सरकार ने 2014 में इस फीस को माफ कर दिया था। इस फैसले से सरकारी खजाने में काफी राजस्व आने की उम्मीद की जा सकती है। साथ ही फल और सब्जियां महंगी हो जाएंगी।
शराब होगी महंगी
प्रदेश में शराब की कीमतों में भी अब बढ़ोतरी हो सकती है। तीन मई तक लॉकडाउन के चलते शराब ठेके बंद हैं। इसके बाद भी ठेके खुलेंगे या नहीं, यह केंद्र सरकार की हिदायतें पर निर्भर करेगा, लेकिन सरकार चाहती है कि 14 मई से ठेकों को खोला जाए। अधिकारियों से रिपोर्ट मांगी गई है कि कितना कोरोना सेस लगाया जा सकता है।
पेट्रोल और डीजल महंगा
हरियाणा में पेट्रोल और डीजल के रेट बढ़ गए हैं। एक रुपया पेट्रोल और 1 रुपया 10 पैसे प्रति लीटर डीजल के रेट प्रदेश में बढ़ाए हैं। कैबिनेट की बैठक ने लॉकडाउन की वजह से पैदा हुए वित्तीय संकट को देखते हुए यह निर्णय लिया है। पेट्रोल व डीजल पर कुल 15 फीसदी वेट किया गया है, जिस कारण इसके दामों में बढ़ोतरी हुई है।