नई दिल्ली। फिल्म निर्देशक अनुराग कश्यप, बॉलीवुड अभिनेत्री तापसी पन्नू के साथ ही फैंटम फिल्मस से जुड़े लोगों के ठिकानों पर आयकर विभाग की छापेमारी जारी है। इस छापेमारी के दौरान आयकर विभाग की टीम पुणे भी पहुंची और वहां अनुराग कश्यप और तापसी पन्नु से पूछताछ भी की गई। इस दौरान जो सूचना मिली उसके अनुसार दोनों के मोबाइल फोन को दूर रखवा लिया गया था। इस छापेमारी को लेकर सियासत भी अपने चरम पर है। विपक्षी दल के नेता इसे सरकार के द्वारा की गई बदले की कार्रवाई बता रहे हैं। इन नेताओं का कहना है कि जो सरकार के खिलाफ बोलता है उसके खिलाफ द्वेष भाव से ऐसे ही एजेंसियां कार्रवाई करती हैं। सरकार के द्वारा इन एजेंसियों का गलत इस्तेमाल किया जा रहा है। नरेंद्र मोदी के खिलाफ अनुराग कश्यप और तापसी पन्नु लगातार बयानबाजी करते रहे हैं या सोशल मीडिया के जरिए अपनी प्रतिक्रिया देते रहे हैं। ऐसे में विपक्ष यह मान रहा है कि यह बदले की कार्रवाई है। लेकिन इनके ठिकानों पर दो दिन से जारी छापेमारी के बाद इनकम टैक्स की टीम ने जो खुलासा किया है वह बेहद चौंकाने वाला है।
आयकर विभाग की तरफ से जो जानकारी निकलकर आ रही है उसके अनुसार अभी तक 350 करोड़ रुपए की टैक्स चोरी का पता चला है। जबकि आयकर विभाग ने यह भी जानकारी दी है कि इस दौरान 7 बैंक लॉकर भी सीज किए गए हैं। वहीं तापसी पन्नु के 5 करोड़ रुपए की रकम की रीसिप्ट भी बरामद की गई है।आयकर विभाग की तरफ से इस छापेमारी में मुंबई, पुणे, दिल्ली और हैदराबाद में के कई स्थानों को एक साथ कार्रवाई के लिए चुना गया। ऐसे में इन शहरों के कुल 28 जगहों पर आयकर विभाग एक साथ छापेमारी कर रही है।
आयकर विभाग ने जो जानकारी दी उसकी मानें तो इनके टैक्स की गड़बड़ी ही नहीं इन प्रोडक्शन हाउस के जो शेयर थे उसमें भी बड़े पैमाने पर गड़बड़ी पाई गई है। साथ ही इन संस्थानों की कमाई में भी हेराफेरी के सबूत मिले हैं। इनकम टैक्स विभाग के लोगों ने छापेमारी के दौरान जब इस 350 करोड़ रुपए के बारे में जानकारी मांगी तो विभाग के अधिकारियों को इसकी सही और संतषप्रद जानकारी नहीं मिली।
वहीं आयकर विभाग को अभिनेत्री तापसी पन्नू के नाम पर 5 करोड़ की कैश रीसिप्ट मिली है उसकी भी जांच जारी है। इसके अलावा 20 करोड़ की और टैक्स गड़बड़ी के सबूत भी विभाग को मिले हैं। फैंटम फिल्मस के अलावा क्वान और 2 अन्य टैलेंट मैनेजमेंट कंपनी और अभिनेत्री तापसी पन्नु के आवास पर भी इस मामले में छापेमारी की गई है। जिसकी रकम में बड़ी गड़बड़ी है। जिसके कारण इनके डिजीटल डाटा, ईमेल, व्हाट्सएप चैट्स और हार्ड डिस्क को सीज किया गया है। विभाग की तरफ से यह जांच अभी भी जारी है।