नई दिल्ली। कोरोना संकट के बीच भारत अपने पड़ोसी मित्र देशों को कोरोना वैक्सीन की डोज दे रहा है। भारत के इस कदम की तारीफ विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) भी कर रहा है। पीएम मोदी की इस वैक्सीन डिप्लोमेसी को लेकर दुनियाभर की निगाहें आज भारत की तरफ हैं। वहीं भारत ने अपने सबसे करीबी पड़ोसी देश नेपाल को भी 10 लाख कोरोना वैक्सीन की डोज पहुंचाई है। बता दें कि नेपाल भले ही चीन के बहकावे में आकर भारत के खिलाफ बयानबाजी कर चुका हो लेकिन भारत अपने पड़ोसी राष्ट्र नेपाल की मदद करने के लिए तत्पर दिख रहा है। कोरोना महामारी से जुझ रहे नेपाल को भारत सरकार ने कोविड वैक्सिन के 10 लाख डोज दिए हैं। इसके बाद नेपाल में 27 जनवरी से स्वास्थ्यकर्मियों और फ्रंट लाइन कोरोना वॉरियर्स को वैक्सीन मिलना शुरू हो गया है। बता दें कि भारत के इस कदम पर भारत में नेपाल के राजदूत नीलांबर आचार्य ने अपनी प्रतिक्रिया दी है।
भारत में नेपाल के राजदूत नीलांबर आचार्य ने कहा है कि, “भारत सरकार ने हमें कोरोना वैक्सीन की 1 मिलियन डोज दिया है, जिसके लिए हम भारत सरकार के आभारी है। हमें विश्वास है कि हमें और वैक्सीन मिलेंगे। हम भारतीय सरकार और भारतीय लोगों को धन्यवाद करते हैं, वे एक अच्छे पड़ोसी और मित्र हैं।”
भारत सरकार ने हमें कोरोना वैक्सीन की 1 मिलियन डोज दिया है, जिसके लिए हम भारत सरकार के आभारी है। हमें विश्वास है कि हमें और वैक्सीन मिलेंगे। हम भारतीय सरकार और भारतीय लोगों को धन्यवाद करते हैं, वे एक अच्छे पड़ोसी और मित्र हैं: भारत में नेपाल के राजदूत नीलांबर आचार्य pic.twitter.com/o3ruUy1njY
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 2, 2021
इसके अलावा भारत ने जब से नेपाल को वैक्सीन की डोज दी है, तब से ही नेपाल की जनता अपने पुराने मित्र भारत और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का धन्यवाद करती नहीं थक रही है। दरअसल, छोटे से देश नेपाल में अब तक 2 लाख 70 हजार से अधिक लोग कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं. वहीं, करीब 2 हजार से अधिक लोगों की मौत भी हो चुकी है।