
श्रीनगर। चीन और पाकिस्तान से निबटने के लिए भारतीय वायुसेना ने अहम कदम उठाया है। भारतीय वायुसेना का ये कदम ऐसा है, जिससे चीन और पाकिस्तान की तरफ से घुसपैठ की कोशिश को तगड़ा झटका लगने वाला है। दोनों दुश्मन पड़ोसी देशों की सेना को अब और डरकर रहना होगा। इसकी वजह है ऐसे लड़ाकू विमान, जिनको भारतीय वायुसेना ने अब श्रीनगर के अहम एयरबेस पर तैनात कर दिया है। अब तक श्रीनगर एयरबेस पर मिग-21 लड़ाकू विमान तैनात थे। इन मिग-21 विमानों को अब यहां से वायुसेना ने हटा लिया है और जो विमान तैनात किए हैं, उनसे चीन और पाकिस्तान की तरफ से किसी भी घुसपैठ करने वाले विमान को दूर से ही मार गिराया जा सकता है।
तो अब पूरी जानकारी आपको देते हैं। श्रीनगर एयरबेस काफी अहम माना जाता है। ये पाकिस्तान के करीब तो है ही, चीन और भारत के बीच एलएसी के भी करीब है। यहीं से मिग-21 विमान उड़ाकर भारतीय वायुसेना के जांबाज पायलट अभिनंदन ने पाकिस्तान का एफ-16 विमान तक मार गिराया था। अब तक यहां मिग-21 तैनात थे, लेकिन अब इनकी जगह भारतीय वायुसेना ने मिग-29 विमानों को श्रीनगर एयरबेस पर तैनात कर दिया है। मिग-29 विमानों की पूरी स्क्वॉड्रन अब श्रीनगर एयरबेस से उड़ान भर रही है और पाकिस्तान और चीन की किसी भी हिमाकत को चुनौती देने की पूरी तैयारी है।
खास बात ये है कि जिन मिग-29 विमानों को भारतीय वायुसेना ने श्रीनगर एयरबेस पर तैनात किया है, उनमें लंबी दूरी की हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइलें लगाई जा सकती हैं। इन मिसाइलों की वजह से काफी दूरी से ही दुश्मन देश चीन और पाकिस्तान के किसी भी घुसपैठ करने वाले विमान को मार गिराया जा सकेगा। इससे पहले वायुसेना ने लद्दाख में मिग-29 विमानों को तैनात किया था। इसके अलावा लद्दाख में रूस से मिले एस-400 मिसाइल डिफेंस सिस्टम की एक बैटरी भी तैनात है। इन एस-400 मिसाइलों से चीन और पाकिस्तान के लड़ाकू और हमलावर विमानों को 600 किलोमीटर दूरी से ही आसानी से मार गिराया जा सकता है।