नई दिल्ली। महाराष्ट्र के पालघर में 2 साधुओं और उनके ड्राइवर की हत्या को लेकर देशभर में आक्रोश देखा जा रहा है। लोग इसको लेकर सोशल मीडिया पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त कर रहे हैं। ऐसे में तमाम मुद्दों पर खुलकर अपनी राय रखने वाले बॉलीवुड गीतकार जावेद अख्तर ने भी ट्वीट के जरिए दोषियों पर सख्त कार्रवाई करने की बात कही है।
जावेद अख्तर ने अपने ट्वीट में लिखा है कि, “जो लोग दो संतों और उनके चालक की लिंचिंग के लिए जिम्मेदार हैं, उन्हें किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाना चाहिए। सभ्य समाज में बर्बर और जघन्य अपराध को बर्दाश्त नहीं किया जाना चाहिए।” आपको बता दें कि जावेद अख्तर के इस ट्वीट को कुछ लोगों ने सराहा है लेकिन वहीं कुछ लोगों ने इसपर सवाल भी खड़े किए।
रवि नाम के एक यूजर ने लिखा कि, ‘इस पर बोलने के लिए धन्यवाद।’
Thanks for speaking about this….
— Ravi Kini (@RaviKini5) April 20, 2020
पवन सिंह ने लिखा कि, ‘चलिये देर से ही सही बोले तो आप। पर बाकी आपके घनिष्ठ कम्युनिस्ट,सेकुलर, फिल्मी साथी व पत्रकार साथी रवीश कुमार होठ सिले क्यों बैठे हैं। दिखावा के लिए भी नहीं बोल रहे। साधू जैसे इनके लिए महत्व ही नहीं रखते हैं।’
इस ट्वीट पर जावेद अख्तर को विरोध का भी सामना करना पड़ा। जितेंद्र सिंह ने लिखा कि, ‘कहीं लिंचिंग या डर जैसा शब्द नहीं लिखा ,सब ठीक है,अभी कोई तबरेज,पहलू खान होता तो आग लगती जनाब को।’
कहीं लिंचिंग या डर जैसा शब्द नहीं लिखा ,सब ठीक है,अभी कोई तबरेज,पहलू खान होता तो आग लगती जनाब को,
— Jitendra Singh (@Jitendr91734664) April 20, 2020
विशाल ने जावेद के लिखने पर सवाल उठाते हुए लिखा कि..
कितने बार लिखा फिर मिटाया होगा,
तब कही दिलपर पत्थर रखकर, ये ट्वीट आया होगा।।?????
— विशाल भारद्वाज (@VishalBharadwa4) April 20, 2020
और देखिए जावेद अख्तर के इस ट्वीट पर लोगों ने किस तरह से रिप्लाई किया..
चाचा बड़ी जल्दी लिखा आपने
— ?? Amit Pandey?? (@amitkspandey) April 20, 2020
हुजूर आते आते बहुत देर कर दी।
— NIRANJAN KUMAR (@kumarniranjan82) April 20, 2020
चाचा हिंदी में लिखा करो या उर्दू में लिखा करो कम से कम पढ़ तो पाएंगे आप की जादूगरी
— Sunil Lokhande (@bhainsdehi) April 20, 2020
मियां की ट्विटर हैंडल कब्ज़ियत की शिकार हो गयी थी
काफी जोर लगाने पर इतना ही निकाल पाए है बेचारे— शैलेश (@SKSGKP1) April 20, 2020
बता दें कि महाराष्ट्र के पालघर में दो साधु समेत तीन लोगों की हुई मॉब लिंचिंग के मामले में एफआईआर दर्ज कर 110 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनमें से 101 लोगों को 30 अप्रैल तक पुलिस कस्टडी में भेजा गया है, जबकि 9 नाबालिगों को जुवेनाइल सेंटर होम में भेज दिया गया।