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साधुओं की हत्या पर जावेद अख्तर ने कहा- ‘दोषियों को बख्शा नहीं जाना चाहिए’, मिले ऐसे जवाब

इस ट्वीट पर जावेद अख्तर को विरोध का भी सामना करना पड़ा। जितेंद्र सिंह ने लिखा कि, ‘कहीं लिंचिंग या डर जैसा शब्द नहीं लिखा ,सब ठीक है,अभी कोई तबरेज,पहलू खान होता तो आग लगती जनाब को।’

नई दिल्ली। महाराष्ट्र के पालघर में 2 साधुओं और उनके ड्राइवर की हत्या को लेकर देशभर में आक्रोश देखा जा रहा है। लोग इसको लेकर सोशल मीडिया पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त कर रहे हैं। ऐसे में तमाम मुद्दों पर खुलकर अपनी राय रखने वाले बॉलीवुड गीतकार जावेद अख्तर ने भी ट्वीट के जरिए दोषियों पर सख्त कार्रवाई करने की बात कही है।

javed akhtar

जावेद अख्तर ने अपने ट्वीट में लिखा है कि, “जो लोग दो संतों और उनके चालक की लिंचिंग के लिए जिम्मेदार हैं, उन्हें किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाना चाहिए। सभ्य समाज में बर्बर और जघन्य अपराध को बर्दाश्त नहीं किया जाना चाहिए।” आपको बता दें कि जावेद अख्तर के इस ट्वीट को कुछ लोगों ने सराहा है लेकिन वहीं कुछ लोगों ने इसपर सवाल भी खड़े किए।

Javed Akhtar

रवि नाम के एक यूजर ने लिखा कि, ‘इस पर बोलने के लिए धन्यवाद।’

पवन सिंह ने लिखा कि, ‘चलिये देर से ही सही बोले तो आप। पर बाकी आपके घनिष्ठ कम्युनिस्ट,सेकुलर, फिल्मी साथी व पत्रकार साथी रवीश कुमार होठ सिले क्यों बैठे हैं। दिखावा के लिए भी नहीं बोल रहे। साधू जैसे इनके लिए महत्व ही नहीं रखते हैं।’

Pavan singh Javed

इस ट्वीट पर जावेद अख्तर को विरोध का भी सामना करना पड़ा। जितेंद्र सिंह ने लिखा कि, ‘कहीं लिंचिंग या डर जैसा शब्द नहीं लिखा ,सब ठीक है,अभी कोई तबरेज,पहलू खान होता तो आग लगती जनाब को।’

विशाल ने जावेद के लिखने पर सवाल उठाते हुए लिखा कि..

और देखिए जावेद अख्तर के इस ट्वीट पर लोगों ने किस तरह से रिप्लाई किया..

बता दें कि महाराष्ट्र के पालघर में दो साधु समेत तीन लोगों की हुई मॉब लिंचिंग के मामले में एफआईआर दर्ज कर 110 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनमें से 101 लोगों को 30 अप्रैल तक पुलिस कस्टडी में भेजा गया है, जबकि 9 नाबालिगों को जुवेनाइल सेंटर होम में भेज दिया गया।