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Hemant Soren: अवैध खनन मामले में ईडी ने कसा झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन पर शिकंजा, पूछताछ के लिए कल किया तलब

ईडी ने पहले इस मामले में हेमंत सोरेन के करीबी पंकज मिश्रा को इसी साल 8 जुलाई गिरफ्तार किया था। उस दौरान ईडी ने 18 ठिकानों पर छापे भी मारे थे। हेमंत सोरेन इस मामले में किसी तरह के हाथ से इनकार करते रहे हैं, लेकिन ईडी के समन के साथ उनकी दिक्कतें बढ़ सकती हैं। अब हेमंत से कल यानी गुरुवार को पूछताछ होगी।

रांची। अवैध खनन मामले में प्रवर्तन निदेशालय ED ने झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन पर शिकंजा कस दिया है। ईडी ने पूछताछ के लिए कल यानी गुरुवार को हेमंत सोरेन को तलब किया है। अवैध खनन के जरिए मनी लॉन्ड्रिंग करने के आरोप में ये पूछताछ होगी। ईडी ने पहले इस मामले में हेमंत सोरेन के करीबी पंकज मिश्रा को इसी साल 8 जुलाई गिरफ्तार किया था। उस दौरान ईडी ने 18 ठिकानों पर छापे भी मारे थे। हेमंत सोरेन इस मामले में किसी तरह के हाथ से इनकार करते रहे हैं, लेकिन ईडी के समन के साथ उनकी दिक्कतें बढ़ सकती हैं।

illegal mining accused pankaj mishra with hemant soren
हेमंत सोरेन के साथ अवैध खनन मामले में आरोपी पंकज मिश्रा (फाइल फोटो)

हेमंत सोरेन के करीबी पंकज मिश्रा के ठिकानों पर छापे और गिरफ्तारी के दौरान ईडी को एक लिफाफा मिला था। सूत्रों ने बताया था कि लिफाफे में हेमंत सोरेन के बैंक खाते का चेकबुक था। दो चेक पर उनके दस्तखत भी थे। पंकज जब रांची के रिम्स में भर्ती था, उस दौरान भी झारखंड के अफसरों को फोन कर उन्हें धमकाने के सबूत ईडी को मिले थे। सूत्रों के मुताबिक सबूत हैं कि पंकज और प्रेम प्रकाश समेत कुछ लोग अवैध खनन के मामले में जिलों के अफसरों को धमकी देते थे। ईडी के छापे में सोरेन के एक और करीबी प्रेम प्रकाश के घर से सीएम आवास की सुरक्षा में लगे जवानों के दो एके-47 रायफल और 60 कारतूस भी मिले थे। सीएम आवास से इस बारे में कहा गया था कि जवान वहां किसी काम से गए थे।

hemant soren aide prem prakash
हेमंत सोरेन का एक औऱ करीबी प्रेम प्रकाश (बाएं) दाहिनी तरफ ईडी के छापे के दौरान मिलीं एके-47 और कारतूस

बता दें कि पिछले दिनों ये चर्चा तेजी से चली थी कि खनन पट्टा मामले में हेमंत सोरेन से बयान लेने के बाद उनको चुनाव आयोग ने लाभ के पद का भी दोषी पाया है। चर्चा थी कि आयोग ने उनकी विधानसभा सदस्यता रद्द करने की चिट्ठी गवर्नर को भेजी है। हेमंत सोरेन ने इसके बाद कई बार कैबिनेट की आपात बैठक की थी। उन्होंने गवर्नर से चिट्ठी की हकीकत बताने की मांग भी की थी। हालांकि, गवर्नर की तरफ से कभी इस मामले में कुछ नहीं कहा गया।