नई दिल्ली। दिल्ली का जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU) अक्सर विवादों में रहता है। एक बार फिर JNU सुर्खियों में आ गया है। दरअसल, 6 दिसंबर यानी सोमवार को अयोध्या में बाबरी मस्जिद विध्वंस की 30वीं बरसी थी। एक तरफ जहां बाबरी मस्जिद को लेकर सोशल मीडिया पर लोगों अपनी प्रतिक्रिया दी। इस अवसर पर सोशल मीडिया पर #Ayodhya काफी ट्रेंड कर रहा था। वहीं ऐसे में जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी में बाबरी मस्जिद विध्वंस की बरसी पर कुछ करने से पीछे कहा रहने वाला था। इसी कड़ी में सोमवार को देर रात JNU में बाबरी मस्जिद के समर्थन में विरोध प्रदर्शन किया गया। हैरान करने वाले बात ये है कि यूनिवर्सिटी में मस्जिद के सपोर्ट में नारे लगे और दोबारा बनाने की मांग भी की गई। सोशल मीडिया पर कई वीडियो वायरल हो रहे है जिसके बाद से जेएनयू एक फिर विवादों में घिर गया। आपको बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने अयोध्या में भगवान श्रीराम का मंदिर बनाने का आदेश दिया था। जिसके बाद से अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण तेजी से किया जा रहा है।
सोशल मीडिया पर जेएनयू के वीडियो सामने आए हैं। जिसमें देखा जा सकता है कि बाबरी मस्जिद की बरसी पर SFI और AISA के छात्र की तरफ से एक कार्यक्रम का आयोजित किया गया था। वीडियो में नजर आ रहा है कि छात्रों ने बाबरी मस्जिद के समर्थन में नारे लगाए और दोबारा बनाने की मांग भी की गई। इतना ही नहीं इस दौरान विवादित नारे भी लगाए गए। वीडियो में देखा जा सकता है कि बाबरी मस्जिद विध्वंस की बरसी पर विरोध प्रदर्शन किया गया और कुछ छात्रों ने कार्यक्रम को संबोधित भी किया। इस दौरान कार्यक्रम को संबोधित करने वाला छात्र कहता है कि बाबरी मस्जिद को गलत गिराया गया और वह अयोध्या में दोबारा मस्जिद बनाने की मांग कर रहा है। खबरों के मुताबिक भाजपा, आरएसएस के खिलाफ विवादित टिप्पणी की गई।
दिल्ली: JNU छात्रसंघ ने 6 दिसंबर की रात विश्वविद्यालय परिसर में किया प्रदर्शन, उठी बाबरी मस्जिद बनाने की मांग.. pic.twitter.com/JeEpkWA1uu
— Newsroom Post (@NewsroomPostCom) December 7, 2021
आपको बता दें कि जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी में भी पहली बार नहीं जब किसी विवादों को लेकर चर्चा में आया हो। जेएनयू का विवादों से घेरा नाता रहा है। इससे पहले 4 दिसंबर को वामपंथी छात्र संघ ने बाबरी मस्जिद पर आधारित विवादित डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग रखी थी। जिसको लेकर काफी बवाल भी हुआ था।
इससे पहले साल 2016 को जेएनयू में भी कुछ छात्रों ने संसद पर हमले के दोषी अफजल गुरु को फांसी की सजा दिए जाने के खिलाफ विरोध प्रदर्शन भी किया था। इतना ही नहीं इस प्रदर्शन के दौरान भारत विरोधी नारे भी लगे थे।