नई दिल्ली। तीन नए कृषि कानूनों को लेकर किसान संगठनों के आंदोलन को सात महीने से अधिक हो गए हैं। ऐसे में भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने सरकार के खिलाफ अपने आंदोलन को तेज करने की मंशा साफ कर दी है। बता दें कि अभी कुछ पहले ही राकेश टिकैत ने ऐलान किया था कि, अगर सरकार का रवैया ऐसा ही रहा तो हम हमारे इस आंदोलन को और तेज करेंगे। पूरे देश में करेंगे। उन्होंने कहा कि, कोविड की गाइडलाइन जब खत्म होगी तो हम अपने मूवमेंट को और तेज करेंगे। वहीं 26 जून को राकेश टिकैत ने सरकार को अल्टीमेटम देते हुए कहा था कि, अगले महीने फिर से ट्रैक्टर रैली का आयोजन होगा। वहीं अब राकेश टिकैत ने संसद भवन के घेराव को लेकर अपने एक ट्वीट में सरकार के चेतावनी दी है। बता दें कि बुधवार को राकेश टिकैत ने अपने एक ट्वीट में एक पोस्टर जारी करते हुए लिखा है कि, संसद अगर अहंकारी और अड़ियल हो तो देश में जनक्रांति निश्चित होती है।
गौरतलब है कि, जो पोस्टर राकेश टिकैत ने जारी किया है उसपर लिखा है कि 22 जुलाई को संसद के बाहर किसान अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन करेंगे। इस पोस्टर में संसद भवन की फोटो भी लगाई गई है। इसमें एक तरफ गेंहू की बालियां दिखाई गई हैं। वहीं उसके नीचे बैकग्राउंड में किसानों का विरोध प्रदर्शन करते हुए फोटो भी लगाया गया है।
संसद अगर अहंकारी और अड़ियल हो तो देश में जनक्रांति निश्चित होती है।#farmersprotest_atparliament @AHindinews @PTI_News @htTweets @abhisar_sharma @Kisanektamorcha @ABPNews @aajtak @news24tvchannel @ndtv @the_hindu @thewire_in @bstvlive @QuintHindi @OfficialBKU pic.twitter.com/7skPYXleJl
— Rakesh Tikait (@RakeshTikaitBKU) July 13, 2021
बता दें कि इसी पोस्टर में बताया गया है कि इस प्रदर्शन की 22 जुलाई को किया जाएगा। इसके अलावा पोस्टर में सबसे नीचे हैशटैग के साथ किसानों का संसद भवन पर प्रदर्शन लिखा गया है। बता दें कि संसद का मॉनसून सत्र 19 जुलाई से शुरू हो रहा है। संसद के अंदर भी किसानों के मुद्दों पर विपक्षी सांसदों का हंगामा देखने को मिल सकता है।