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Palestine Vs Israeli: इजरायल-फिलिस्तीन की लड़ाई के बीच कूदना कानपुरिया नेता को पड़ा भारी, लोगों ने सिखाया सबक

Palestine Vs Israeli: ऐसा ही हुआ है कानपुर के सपा नेता मुनाफुद्दीन, आबिद और जफरखांन के साथ। मुनाउद्दीन सपा के विधानसभा छावनी अध्यक्ष हैं बाकी दोनों वार्ड अध्यक्ष और उपाध्यक्ष हैं। इन दोनों को ही इजरायल-फिलिस्तीन मामले के बीच में कूदना भारी पड़ गया है। दरअसल इन तीनों नेताओं ने अपनी राजनीति चमकाने के लिए शुक्रवार के दिन सुबह-सुबह फिलिस्तीन के समर्थन में एक बड़ी सी होर्डिंग लगा दी।

नई दिल्ली। इजरायली सेना और फिलिस्तीनियों के बीच खूनी संघर्ष जारी है। इजरायल ने गाजा में अपना हमला तेज कर दिया है जबकि फिलिस्तीन भी इजरायल पर रॉकेट दाग रहा है। इस बीच, इजरायल ने गाजा से लगी सीमा पर अपने सैनिकों को मुस्तैद कर दिया है। बताया जा रहा है कि इजरायल जमीनी सैन्य कार्रवाई की तैयारी में भी है। इजरायल की तरफ से अब टैंक के जरिए भी गोले दागे जा रहे हैं। इजरायल और फिलिस्तीन में बढ़ते तनाव के बीच भारत ने भी बयान जारी किया है। भारत ने सभी हिंसक गतिविधियों, खासकर गाजा से किए गए रॉकेट हमलों की निंदा की है। साथ ही हिंसा पर रोक लगाने की जरूरत पर जोर दिया है।

Isreal Ghaza Attack

इस सब के बीच भारत में देखिए इन दोनों देशों की लड़ाई से कानपुर का कोई लेना-देना भले न हो, लेकिन यहां के नेता अपने-अपने हिसाब से हर लड़ाई में अपना मौका निकालने में लग जाते हैं, यही मौका कभी-कभी उल्टा भी पड़ जाता है। ऐसा ही हुआ है कानपुर के सपा नेता मुनाफुद्दीन, आबिद और जफरखांन के साथ। मुनाउद्दीन सपा के विधानसभा छावनी अध्यक्ष हैं बाकी दोनों वार्ड अध्यक्ष और उपाध्यक्ष हैं। इन दोनों को ही इजरायल-फिलिस्तीन मामले के बीच में कूदना भारी पड़ गया है। दरअसल इन तीनों नेताओं ने अपनी राजनीति चमकाने के लिए शुक्रवार के दिन सुबह-सुबह फिलिस्तीन के समर्थन में एक बड़ी सी होर्डिंग लगा दी। जिसमें इजरायल के सामानों के बहिष्कार की अपील की गई थी। लेकिन इस होर्डिंग के लगाए जाने के बाद खुद उनके ही समुदाय के लोगों ने इसका विरोध करना शुरू कर दिया। उनके समुदाय के लोगों ने मोहल्ले में राजनीति करने का आरोप लगाते हुए होर्डिंग का विरोध किया।

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ये विरोध इतना अधिक हुआ कि तीन घंटे के बाद ही इन सपा नेताओं को मोहल्ले में से होर्डिंग उतारना पड़ा। जिसे बाद में लोगों ने जला दिया। अब होर्डिंग लगाने वाले तीनों नेता मोहल्ले वालों से माफी भी मांग रहे हैं। सबसे विचित्र बात तो ये रही कि इन लोगों ने अपने होर्डिंग में कानपुर के सपा अध्यक्ष डॉक्टर इमरान की तस्वीर उनसे बिना पूछे ही लगा दी थी।

जानिए फिलिस्तीन-इजरायल के बीच छिड़ी जंग पर भारत क्या बोला?

इजरायल और फिलिस्तीन में बढ़ते तनाव के बीच भारत ने भी बयान जारी किया है। भारत ने सभी हिंसक गतिविधियों, खासकर गाजा से किए गए रॉकेट हमलों की निंदा की है। साथ ही हिंसा पर रोक लगाने की जरूरत पर जोर दिया है। संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टी. एस. तिरुमूर्ति ने बुधवार को ट्वीट किया कि पूर्वी यरुशलम में इस तनाव के मुद्दे पर हुई संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) की बैठक में उन्होंने कहा कि भारत सभी तरह की हिंसक गतिविधियों, खासकर गाजा से किए गए रॉकेट हमलों की निंदा करता है।

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तिरुमूर्ति ने इजरायल में एक भारतीय नागरिक की मौत पर शोक जताया। साथ ही इस बात पर जोर दिया कि तनाव में तत्काल कमी लाना समय की जरूरत है और दोनों पक्षों को यथास्थिति में बदलाव से बचना चाहिए। गाजा से फिलिस्तीनी चरमपंथियों के रॉकेट हमले में इजरायल में 30 साल की भारतीय महिला सौम्या संतोष की मौत हो गई थी। केरल के इदुक्की जिले की रहने वाली संतोष दक्षिण इजरायल के तटीय शहर एशकेलोन में एक बुजुर्ग महिला की देखभाल का काम करती थीं। भारत में इजरायल के राजदूत रोन माल्का ने भारतीय महिला की मौत पर शोक जताया है।

भारत ने मंगलवार को हरम अल शरीफ, माउंट टेंपल में झड़पों और हिंसा तथा शेख जर्राह और सिलवान क्षेत्र में हो रहे निष्कासनों पर भी चिंता जताई थी। तिरुमूर्ति ने ट्वीट किया था कि भारत हरम अल शरीफ/माउंट टेंपल में झड़पों एवं हिंसा पर बेहद चिंतित है। भारत शेख जर्राह और सिलवान क्षेत्र में फिलिस्तीनियों की बेदखली पर भी उतना ही चिंतित हैं। उन्होंने कहा था कि भारत दोनों पक्षों से आह्वान करता है कि वह जमीन पर यथास्थिति को बदलने से बचें। साथ ही कहा कि पुराने शहर में अल जवीया अल हिंदिया-भारतीय आश्रम भी है।

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भारत ने सभी पक्षों से संयम बरतने और सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव 2334 का पालन करने की भी अपील की जो कहता है कि पूर्वी यरुशलम समेत फिलिस्तीन के कब्जे वाले क्षेत्र में इजरायल द्वारा 1967 से अन्य बस्तियों की स्थापना की कोई कानूनी वैधता नहीं है और यह अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत घोर उल्लंघन है। साथ ही, ये दो राष्ट्र के समाधान को हासिल करने और स्थायी शांति में बड़ी बाधा है। तिरुमूर्ति ने इस बात पर भी जोर दिया कि प्रत्यक्ष शांति बहाली के लिए बातचीत को तत्काल फिर से शुरू करने और दो राष्ट्र समाधान को लेकर प्रतिबद्धता जताने की जरूरत है।

इजरायल-गाजा की लड़ाई खत्म होने में वक्त लगेगा : नेतन्याहू

इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि गाजा पट्टी में इस्लामिक हमास मूवमेंट के साथ जारी लड़ाई को खत्म होने में समय लगेगा। समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, गुरुवार को एक बयान में उन्होंने कहा कि गाजा में हमास के खिलाफ इजरायल का हवाई अभियान जल्द ही समाप्त नहीं होगा। उन्होंने कहा, “इसमें समय लगेगा, लेकिन रक्षात्मक और आक्रामक रूप से, हम ढृढ़ता के साथ इजरायल में शांति बहाल करने के अपने लक्ष्य को हासिल करेंगे।”

इजरायल डिफेंस फोर्सेस के प्रवक्ता जोनाथन कॉनरिकस ने कहा, “इस बीच, युद्ध सैनिकों ने गाजा पट्टी और इजरायल के बीच ‘जमीनी अभियानों की तैयारी के विभिन्न चरणों’ के बीच बाड़ को अलग कर दिया है।” उन्होंने कहा, “चीफ ऑफ स्टाफ उन तैयारियों का निरीक्षण कर रहे हैं और मार्गदर्शन प्रदान कर रहे हैं। गुरुवार को सेना ने एक बयान में कहा कि उसने हमास द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली चौथी बहुमंजिला इमारत को नष्ट कर दिया। सेना के अनुसार, इजरायली युद्ध जेट और विमानों ने हमास से संबंधित तीन टैंक रोधी मिसाइल लांचरों वाले एक सैन्य परिसर पर हमला किया और टैंक रोधी मिसाइल संचालकों के कम से कम चार दस्ते को मार गिराया।

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इसके अलावा, एक सैन्य बयान के अनुसार, “मारे गए कई आतंकवादी हमास नौसैनिक बल के हैं।” अधिकारियों ने कहा कि मध्याह्न् में, गाजा में आतंकवादियों ने तेल अवीव और मध्य और दक्षिणी इजराइल के दर्जनों स्थानों पर दर्जनों रॉकेट दागे। आपातकालीन स्वास्थ्य सेवाओं के एक बयान के अनुसार, दो लोग र्छे लगने से घायल हो गए। 2014 के बाद से दोनों पक्षों के बीच सबसे भीषण संघर्ष में इजराइल और हमास चार दिनों से लड़ रहे हैं। कम से कम 103 फिलिस्तीनी और आठ इजरायली मारे गए हैं।