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ज्योतिरादित्य सिंधिया के भाजपा में शामिल होते ही भावुक हो गए राहुल, बोल दी ये बात…

लोकसभा की कार्यवाही में हिस्सा लेने के लिए राहुल गांधी संसद भवन पहुंचे थे। लेकिन जब मीडिया के लोगों ने उनसे ज्योतिरादित्य सिंधिया के भाजपा में शामिल होने को लेकर सवाल पूछा तो वह इससे बचकर निकल गए।

नई दिल्ली। लोकसभा की कार्यवाही में हिस्सा लेने के लिए राहुल गांधी संसद भवन पहुंचे थे। लेकिन जब मीडिया के लोगों ने उनसे ज्योतिरादित्य सिंधिया के भाजपा में शामिल होने को लेकर सवाल पूछा तो वह इससे बचकर निकल गए। वहीं दूसरी तरफ यह खबर भी आई की राहुल गांधी के करीबी सहयोगी कहलाने वाले ज्योतिरादित्य सिंधिया महीनों की कोशिश के बावजूद उनसे मिलने में सक्षम नहीं थे। सिंधिया के करीबी माने जाने वाले और शाही परिवार से आने वाले एक नेता देबबर्मा ने फेसबुक पोस्ट में मंगलवार को लिखा, “मैंने देर रात ज्योतिरादित्य सिंधिया से बात की और उन्होंने मुझे बताया कि उन्होंने इंतजार किया और इंतजार करते रहे, लेकिन उनके द्वारा ‘हमारे’ नेता को कोई भी अप्वाइंटमेंट नहीं मिली।”

Jyotiraditya Scindia joins Bharatiya Janata Party (BJP), in presence of BJP President JP Nadda

 

हालांकि राहुल गांधी के सबसे करीबी कांग्रेसी नेताओं में से एक थे ज्योतिरादित्य सिंधिया। उनके इस तरह पार्टी छोड़ने पर अब तक कांग्रेस आलाकमान ने कोई बड़ा बयान नहीं दिया था। अब पहली बार इस मुद्दे पर राहुल गांधी ने अपनी चुप्‍पी तोड़ी है। उन्‍होंने कहा है कि ज्‍योतिरादित्‍य अकेले ऐसे मित्र हैं जो कभी भी घर पर आ सकते हैं। राहुल ने कहा कि वो पहले भी आ सकते थे। राहुल ने यह भी कहा कि सिंधिया ने उनके साथ पढ़ाई की थी।

वहीं बीजेपी में शामिल होने के बाद सिंधिया ने कांग्रेस छोड़ते वक्त मन को दुखी और व्यथित बताया। बीजेपी में शामिल होने के बाद उन्होंने पीएम नरेन्द्र मोदी, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा और गृह मंत्री अमित शाह को धन्यवाद किया। सिंधिया ने कहा मैं नड्डा जी का धन्यवाद करना चाहूंगा कि उन्होंने मुझे अपने परिवार में आमंत्रित किया और एक स्थान दिया।

jyotiraditya scindia and rahul gandhi

इस दौरान सिंधिया ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कांग्रेस पार्टी पहले जैसी नहीं रही। उन्होंने कहा नये नेतृत्व को मान्यता नहीं मिल रही है। देश की सेवा कांग्रेस में रह कर नहीं हो सकती थी। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में किसान त्रस्त है, नौजवान बेबस है। रोजगार कम हुआ और करप्शन बढ़ा है।