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UP: कानपुर के दंगाइयों को ‘चंद्रेश्वर हाता’ के हिंदुओं ने दी खुली चुनौती, पोस्टर में लिखा- पलायन नहीं पराक्रम करेंगे

बुधवार को ऐसी खबरें आई थीं कि चंद्रेश्वर हाता में रहने वाले कई परिवार यहां से चले गए हैं। हाता के लोगों का कहना है कि ये खबरें गलत हैं। कोई यहां से पलायन नहीं करने जा रहा है। सब एकजुट रहेंगे और दंगाइयों और उपद्रवियों का सख्ती से मुकाबला करेंगे।

कानपुर। यूपी के कानपुर स्थित परेड इलाके में 3 जून को हुए दंगे के बाद यहां स्थित चंद्रेश्वर हाता के लोगों ने दंगाइयों को अब खुली चुनौती दी है। चंद्रेश्वर हाता के लोगों ने गेट पर पोस्टर लगाया है। इस पोस्टर में उन्होंने साफ लिखा है कि हम लोग यहां से पलायन नहीं करेंगे, बल्कि पराक्रम दिखाएंगे। बुधवार को ऐसी खबरें आई थीं कि चंद्रेश्वर हाता में रहने वाले कई परिवार यहां से चले गए हैं। हाता के लोगों का कहना है कि ये खबरें गलत हैं। कोई यहां से पलायन नहीं करने जा रहा है। सब एकजुट रहेंगे और दंगाइयों और उपद्रवियों का सख्ती से मुकाबला करेंगे। बता दें कि चंद्रेश्वर हाता में हिंदू समुदाय के लोग रहते हैं।

इस बीच, कानपुर कमिश्नरेट पुलिस दंगों के आरोपियों की जोर-शोर से तलाश कर रही है। पुलिस ने करीब 35 दंगाइयों के फोटो वाला एक पोस्टर जारी किया था। इनमें से कई ने थाने पहुंचकर सरेंडर किया है। पुलिस ने फोरेंसिक टीम के साथ इलाके में कल दंगों का सीन री-क्रिएट किया था। यहां से तमाम ईंट-पत्थर और अन्य चीजें भी इकट्ठा की थीं। पुलिस को पता चला है कि दंगाइयों ने कई जगह सीसीटीवी कैमरे तोड़ दिए। कई लोगों ने अपने कैमरे के फुटेज भी डिलीट कर दिए। पुलिस इन सभी से पूछताछ कर रही है।

kanpur violecne

इसके अलावा ये पता चला है कि कानपुर दंगों के मुख्य आरोपी हयात जफर हाशमी को कुछ बिजनेसमैन बड़ी रकम मुहैया करा रहे थे। इस मामले में पुलिस अब प्रवर्तन निदेशालय ED की मदद लेने जा रही है। माना जा रहा है कि सीधे तौर पर विदेश से फंडिंग का मामला छिपाने के लिए बिजनेसमैन के जरिए आई रकम को हाशमी ने अपने 4 बैंक खातों में हासिल किया। हाशमी का नाम सीएए विरोधी आंदोलन के दौरान भी सामने आया था। अब यूपी पुलिस सरकार के निर्देश पर ये भी पता कर रही है कि उस वक्त हाशमी के खिलाफ आखिर कार्रवाई क्यों नहीं हुई और क्या इसमें पुलिस के कुछ लोगों का हाथ था।