नई दिल्ली। कर्नाटक (Karnataka) के कोलार में एक चौकाने वाला सामना आया है। एक आईफोन बनाने वाली कंपनी में जमकर तोड़फोड़ हुई और उपद्रवियों ने भारी मात्रा में आईफोन लूट लिए। दरअसल, शनिवार को ताइवान की कंपनी विस्ट्रॉन (Wistron) की फैक्टरी में काफी तांडव हुआ। सैलरी न मिलने पर नाराज मजदूरों ने फैक्ट्री में तोड़फोड़ की। इतना ही नहीं हजारों आईफोन भी चोरी (Iphones Looted) कर लिए। जिसकी वजह से कंपनी को 437 करोड़ का नुकसान हुआ।
कंपनी को 437 करोड़ का नुकसान
ताईवानी कंपनी विस्ट्रोन कर्नाटक के कोलार जिले के नरसापुर इंडस्ट्रियल एरिया में है। ये कंपनी भारत में आईफोन एसेम्बली का काम करती है। शनिवार शाम कंपनी के कर्मचारियों ने मैनेजमेंट के खिलाफ प्रदर्शन किया। उनका आरोप था कि कंपनी की ओर से उन्हें कई महीनों की सैलरी नहीं दी गई। जिससे नाराज होकर उन्होंने ये प्रर्दशन किया। कंपनी ने पुलिस और कर्नाटक श्रम विभाग को दी अपनी शिकायत में बताया कि उपद्रवियों ने हजारों आईफोन भी लूट लिए। जिसके चलते विस्ट्रोन को 437 करोड़ का नुकसान हुआ है।
प्रदर्शन हिंसक रूप में बदला
ये प्रदर्शन देखते ही देखते हिंसक रूप में बदल गया। प्रदर्शन को बीच अचानक कुछ लोगों ने फैक्ट्री में तोड़फोड़ शुरु कर दी। इतना ही वहां खड़े वाहनों में भी आग लगा दी। ये प्रदर्शन इतना हिसंक हो गया कि प्रदर्शनकारियों ने फैक्ट्री में जमकर पत्थरबाजी की साथ ही कंपनी के बोर्ड को भी आग के हवाले कर दिया।
पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को खदेड़ा
प्रदर्शन की सूचना मिलते ही मौके पर पुलिस भी पहुंच गई और उन्होंने भी मामला शांत कराने की कोशिश की। लेकिन तब भी इन लोगों का गुस्सा शांत नहीं हुआ और भीड़ पुलिस से भी उलझ गई। दरअसल, भीड़ में से किसी से पुलिस पर पत्थर फेंक दिया। जिसके बाद पुलिस ने बल का प्रयोग कर उन्हें वहां से खदेड़ दिया।
#iPhone making Company #Wistron claims in a police complaint that the compnay has incurred loss of 437 crore during Saturday violence. Company said the agitating employees have looted thousands of iPhones. @indiatvnews https://t.co/kTJP2d7Gxl pic.twitter.com/XMKngDBwHa
— T Raghavan (@NewsRaghav) December 14, 2020
उपद्रवियों ने हजारों आईफोन लूटे
इस मामले की शिकायत कंपनी ने पुलिस में दर्ज कराई है। जिसमें कहा गया है कि उपद्रवियों ने हजारों की संख्या में आईफोन लूटे। इसके अलावा कंपनी ने लेबर डिपार्टमेंट में भी शिकायत दर्ज कराई है। जिसमें बताया गया कि इस फैक्टरी के लिए 8900 कर्मचारियों को कॉन्ट्रेक्ट पर हायर किए गए थे। इन कर्मचारियों को सब्सिडरी कंपनियों से काम पर लिया गया था। इस कंपनियों के कॉन्ट्रेक्टर्स को सैलरी दे दी गई है। लेकिन कॉन्ट्रेक्टर्स ने कर्मचारियों तक सैलरी नहीं पहुंचाई। वहीं, लेबर डिपार्टमेंट ने इस मामले को सुलझाने के लिए कंपनी को 3 दिन का समय देते हुए नोटिस जारी किया है।