पुणे। लेखिका शेफाली वैद्य के एक ट्वीट ने कर्नाटक कांग्रेस के अध्यक्ष डीके शिवकुमार की कलई खोलकर रख दी। शेफाली ने अपने इस ट्वीट में एक वीडियो डाला है। इस वीडियो में शिवकुमार सड़क पर झूमते हुए चलते दिख रहे हैं। शेफाली ने ट्वीट में पूछा कि क्या ये कर्नाटक कांग्रेस के नेता डीके शिवकुमार का नशे में होने का वीडियो है ? इस पर यूजर्स ने इसे सही बताया। इतना ही नहीं, तमाम यूजर्स ने शेफाली के ट्वीट का जवाब देते हुए ऐसे वीडियो भी डालकर दावा किया कि ये भी शिवकुमार के शराब के नशे में होने के हैं। लोगों ने शेफाली के ट्वीट पर किस तरह मजे लिए, ये आप ट्वीट के कमेंट पढ़कर देख सकते हैं। बता दें कि शिवकुमार को कांग्रेस आलाकमान यानी सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी का करीबी माना जाता है। वो काफी अमीर भी हैं और पहले भी विवादों में घिरते रहे हैं।
Is that @INCIndia leader from Karnataka, D K Shivkumar in an inebriated state? pic.twitter.com/PU6HxpAaT9
— Shefali Vaidya. ?? (@ShefVaidya) January 9, 2022
शिवकुमार कर्नाटक में पदयात्रा कर रहे हैं। जल के लिए ये पदयात्रा हो रही है। इस पदयात्रा से पहले शिवकुमार ने अजब-गजब बयान भी दिया था। शिवकुमार ने कहा था कि कोरोना कोई बीमारी नहीं है और केंद्र की मोदी सरकार और कर्नाटक की बसवराज बोम्मई सरकार अपने फायदे के लिए इस बीमारी का हौव्वा खड़ा कर रही हैं। शिवकुमार के इस बयान की तीखी निंदा भी हुई थी। कर्नाटक में इस वक्त कोरोना ने हौवा खड़ा कर रखा है। इस दौरान उनका इस तरह के बयान को लेकर काफी किरकिरी भी हुई।
सिद्धारमैया सरकार में सिंचाई मंत्री रह चुके डीके शिवकुमार इससे पहले इनकम टैक्स और ईडी के छापों और जेल का भी सामना कर चुके हैं। 2 अगस्त 2017 को शिवकुमार के बेंगलुरु दफ्तर में इनकम टैक्स की टीम ने छापे मारे थे। उनके भाई डीके सुरेश के यहां भी छापे पड़े थे। दिल्ली, बेंगलुरु, मैसुरु, चेन्नई और कनकपुरा मे छापों से 10 करोड़ रुपए की बरामदगी हुई थी। 3 सितंबर 2019 को शिवकुमार को मनी लॉन्ड्रिंग और इनकम टैक्स चोरी के आरोप में जेल भी जाना पड़ा था। इससे पहले 2015 में शिवकुमार और उनके परिजनों पर खनन का आरोप लगा था और हाईकोर्ट ने नोटिस जारी किया था। बेंगलुरु के शांतिनगर हाउसिंग सोसाइटी मामले में शिवकुमार, उनके भाई डीके सुरेश पर आरोप लगा था कि उन्होंने गरीबों के लिए दी गई जमीन में से 66 एकड़ हड़प ली है। इस मामले में उन्हें बाद में क्लीन चिट मिल गई थी।