नई दिल्ली। सपा के महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य तो रामचरितमानस की चौपाइयों पर विवादित बयान दे ही रहे हैं। अब अखिलेश यादव की पार्टी के एक नेता ने महात्मा गांधी की हत्या को भगवान श्रीराम से जोड़ दिया। इससे बीजेपी भड़क गई है। बीजेपी ने अखिलेश यादव से अपने नेता के बयान पर सफाई देने की मांग की है। बीजेपी ने कहा है कि अगर अखिलेश यादव इस मामले में कुछ नहीं कहते, तो माना जाएगा कि उनके इशारे पर ही इस तरह की बात की जा रही है। महात्मा गांधी की हत्या को भगवान श्रीराम से जोड़ने का ये बयान एक टीवी डिबेट में सपा के प्रवक्ता घनश्याम तिवारी ने दिया था।
Today on Zee News debate the official spokesperson of Samajwadi Party made an offensive & objectionable statement on Prabhu Shri Ram by alluding that Prabhu Ram can be killed
Such blasphemous statements if made on any other religion or religious figure would invite legal cases… pic.twitter.com/AcneErKxlc
— Shehzad Jai Hind (@Shehzad_Ind) April 8, 2023
घनश्याम तिवारी ने न्यूज चैनल के डिबेट में कहा कि देश में एक ही राष्ट्रपिता महात्मा गांधी हैं। महात्मा गांधी को मारना भगवान श्रीराम को मारने की तरह है। इस पर डिबेट में बीजेपी की तरफ से आए प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने तत्काल आपत्ति जताई। उन्होंने इस बयान पर माफी की मांग की, लेकिन सपा के प्रवक्ता ने माफी नहीं मांगी। वो लगातार अपनी बात कहते रहे। शहजाद ने आपत्ति जताते हुए कहा कि पहले रामभक्तों पर गोली चलवाते हैं और अब भगवान राम के बारे में ऐसी बातें कही जा रही हैं। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी की हम सभी श्रद्धा करते हैं, लेकिन उनकी हत्या को भगवान राम से जोड़ने की घोर निंदा कर रहा हूं।
बाद में शहजाद ने सपा नेता के बयान और अपने विरोध का वीडियो ट्वीट किया। उन्होंने लिखा कि समाजवादी पार्टी के आधिकारिक प्रवक्ता ने प्रभु श्रीराम के बारे में विवादित और भड़काऊ बयान दिया। अगर किसी और धर्म के बारे में ऐसा कहा जाता, तो कानूनी केस या उससे भी खराब कुछ होता। चूंकि हिंदू सहन कर लेता है, इसका मतलब ये नहीं है कि जिसका जो मन आए वो कह दे। शहजाद ने लिखा कि अगर इस मामले में कोई केस होता है, तो इसकी जिम्मेदारी अखिलेश यादव की होगी। उन्होंने इस मसले पर तथाकथित फैक्ट चेक करने वालों को भी आड़े हाथ लिया।