नई दिल्ली। केरल के कोझिकोड एयरपोर्ट पर शुक्रवार रात एयर इंडिया विमान हादसा हुआ। जिसमें मरने वालों की संख्या 18 हो गई है और बढ़ने की संभावना भी है। हादसे वाली ये फ्लाइट वंदे भारत मिशन की थी।
इस दुर्घटना में विमान के पायलट और को-पायलट की भी जान चली गई। हादसे में जान गंवाने वाले विमान के कप्तान दीपक वसंत साठे (58) एयर फोर्स के टेस्ट पायलट रह चुके थे। एयर फोर्स के टेस्ट पायलट बहुत सारे एयरक्राफ्ट पर टेस्ट करते हैं। पायलट ने अपनी जान गंवाते हुए 170 यात्रियों को बचाया।
सेंटर फॉर एयर पावर स्टडीज के डायरेक्टर एयर वायस मार्शल मनमोहन बहादुर ने ट्वीट करते हुए कहा कि दीपक साठे साथे उनके साथ टेस्ट पायलट रहेवे बहुत अनुभवि पायलट थे। उन्होंने कहा, “RIP Tester” मनमोहन बहादुर ने बताया कि टेस्ट पायलट के कॉल साइन के तहत नाम के आगे ‘टेस्टर’ लगाया जाता है।
This is sad. WingCo Sathe was a comrade in arms at ASTE (IAF’s flight testing establishment) with me. RIP Tester.
(Call signs of all test pilots has prefix ‘Tester’). #AirIndiaExpress
— Manmohan Bahadur (@BahadurManmohan) August 7, 2020
जानकारी के मुताबिक, विमान की दोबारा लैंडिंग की गई थी। यानी पहले प्रयास में विमान लैंड नहीं हो पाई। इसके बाद पायलट ने दूसरी लैंडिंग की।लेकिन दूसरी लैंडिंग में एयर इंडिया का विमान IX-1344 एयर पोर्ट के रनवे पर फिसल गया।
नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि रनवे पर विजिबिलिटी कम थी। रनवे पर पानी भरा हुआ था। फिसलने के बाद विमान 35 फीट की खाई में जा गिरा। हादसे में विमान के दो टुकड़े हो गए। इस हादसे के बाद नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने इमरजेंसी बैठक बुलाई है।
कैप्टन की मौत के बाद घर में पसरा मातम
पायलट कैप्टन दीपक वी. साठे की मौत के बाद उत्तर पूर्व मुंबई के पवई उपनगर में मातम पसर गया है। कैप्टन साठे पवई स्थित जलवायु बिल्डिग के निवासी थे। स्थानीय निवासियों के अनुसार, उनके परिवार में दो पुत्र हैं। एक पुत्र बेंगलुरू में रहता है, जबकि दूसरा अमेरिका में रहता है। वायुसेना के पुरस्कार विजेता एक पूर्व अधिकारी कैप्टन साठे का 30 सालों का लंबा और दुर्घटनामुक्त उड़ान रिकॉर्ड रहा है, जिसमें से लगभग 18 साल उन्होंने एयर इंडिया को दिए थे।