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Lok Sabha Election And BJP: लोकसभा चुनाव फिर जीतने के लिए बीजेपी ने बनाया पीएम मोदी को धुरी, सूत्रों के मुताबिक इस रणनीति पर पार्टी कर रही काम

Lok Sabha Election And BJP: बीजेपी ने 2019 के लोकसभा चुनाव में अपने दम पर 303 सीटें जीती थीं। ऐसे में इस बार अगर उसे 400 का लक्ष्य हासिल करना है, तो सहयोगी दलों के साथ काफी मेहनत करनी होगी। सहयोगी दलों के साथ 2019 में 352 लोकसभा सीटों पर जीत दर्ज की थी।

नई दिल्ली। अगले महीने यानी फरवरी में लोकसभा चुनाव की तारीखों के एलान की उम्मीद है। इससे पहले ही बीजेपी ने चुनावी रणनीति काफी हद तक तैयार कर ली है। लोकसभा चुनाव के लिए बीजेपी की इस रणनीति की धुरी एक बार फिर पीएम नरेंद्र मोदी रहेंगे। पीएम मोदी के नाम और काम के सहारे बीजेपी तीसरी बार लोकसभा चुनाव जीतने की दिशा में कदम बढ़ाएगी। बीजेपी ने इस बार 400 लोकसभा सीटों पर जीत हासिल करने का लक्ष्य तय किया है। इसके लिए बीजेपी ने यूपी की सभी 80 सीटों के अलावा गुजरात, राजस्थान, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र और कर्नाटक में भी क्लीन स्वीप करने की रणनीति बनाई है। जबकि, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, पश्चिम बंगाल और ओडिशा में भी वो ज्यादा लोकसभा सीटें जीतने की रणनीति पर काम कर रही है।

लोकसभा चुनाव में जीत के लिए बीजेपी ने पीएम मोदी को लेकर खास रणनीति तय की है। सूत्रों के मुताबिक बीजेपी की तरफ से अब पीएम मोदी देशभर में जनसभाओं का सैलाब लाने वाले हैं। बीजेपी का इरादा है कि वो देशभर में पीएम मोदी की 140 जनसभाएं कराए। सूत्रों के मुताबिक पीएम मोदी इन जनसभाओं के तहत पूरे देश को मथेंगे और जनता को बताएंगे कि 2014 से लेकर 2019 तक देश और आम लोगों के लिए उनकी सरकार ने क्या काम किए हैं। इसके अलावा बीजेपी शासित राज्यों में जनता के हित में लिए गए फैसले और लोगों को सुरक्षा देने के लिए जो काम किए हैं, वो भी पीएम मोदी बताएंगे।

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बीजेपी ने 2019 के लोकसभा चुनाव में अपने दम पर 303 सीटें जीती थीं। ऐसे में इस बार अगर उसे 400 का लक्ष्य हासिल करना है, तो सहयोगी दलों के साथ काफी मेहनत करनी होगी। सहयोगी दलों के साथ 2019 में 352 लोकसभा सीटों पर जीत दर्ज की थी। बीजेपी और उसके सहयोगी दलों को इस बार अलग-अलग नहीं, संयुक्त विपक्ष से भी भिड़ना होगा। हालांकि, विपक्षी दलों में सीटों के बंटवारे को लेकर अभी आमराय नहीं बन सकी है, लेकिन फिर भी बीजेपी किसी सूरत में इंडिया गठबंधन की अनदेखी नहीं कर सकती। देखना ये है कि लोकसभा चुनाव की तारीखों का एलान होने के साथ बीजेपी किस तरह अपनी रणनीति को धार देती है।