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भारतीय कूटनीति के आगे ड्रैगन के तेवर पड़े ढ़ीले, पूर्वी लद्दाख में चीन पीछे हटा

सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक चीन की पीपल्स लिबरेशन आर्मी ने गलवां क्षेत्र में, पैट्रोलिंग बिंदु 15 और हॉट स्प्रिंग एरिया से अपने सैनिकों और युद्धक वाहनों को ढाई किलोमीटर पीछे किया है। भारत ने भी अपनी कुछ टुकड़ियां पीछे हटाई हैं।

नई दिल्ली। पूर्वी लद्दाख वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर जारी गतिरोध को खत्‍म करने के लिए भारतीय कूटनीति का बड़ा असर देखने को मिला है। दरअसल चीन ने अपनी सेना को पीछे हटा लिया है। जिसके बाद अब भारत और चीन के बीच लगभग एक महीने से चला आ रहा सीमा विवाद अब खत्म होता दिख रहा है। हालांकि यह पहलकदमी दोनों पक्षों से नजर आई है।

India China Army

समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक चीन ने अपनी सेना को करीब ढाई किलोमीटर तक पीछे हटा लिया है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक चीन की पीपल्स लिबरेशन आर्मी ने गलवां क्षेत्र में, पैट्रोलिंग बिंदु 15 और हॉट स्प्रिंग एरिया से अपने सैनिकों और युद्धक वाहनों को ढाई किलोमीटर पीछे किया है। ये सभी इलाके पूर्वी लद्दाख में पड़ते हैं। वहीं भारत ने भी अपनी कुछ टुकड़ियां पीछे हटाई हैं।

बता दें कि दोनों देशों के बीच विवाद की शुरुआत पिछले महीने हुई थी जब चीन ने पूर्वी लद्दाख में एलएसी के पास सैन्य निर्माण और सेना को तैनात करना शुरू कर दिया। इसमें पेगोंग त्सो झील और गलवां घाटी शामिल हैं। चीनी सैनिक विवादित क्षेत्र में भारतीय सुरक्षा बलों के साथ कई बार आमने-सामने हो चुके हैं। विवाद को हल करने के लिए दोनों देशों के बीच बाचतीच का दौर जारी है।