मुबंई। महाराष्ट्र के ठाणे जिले में एक तेंदुए का सिर पिछले 2 दिनों से प्लास्टिक के डिब्बे में फंसा हुआ था, जिसे करीब 30 लोगों ने मिलकर रेस्क्यू किया । तेंदुए को ढूंढने और बचाव अभियान में लगभग 48 घंटे का समय लगा। बताया जा रहा है कि, तेंदुए के शावक ने पानी पीने के लिए अपना सिर कंटेनर के अंदर डाला था और जो उसके सिर में फंस गया था। जिसकी वजह से ना वो ठीक से सांस ले पा रहा था और ना ही कुछ खा पा रहा था। वन विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि, 13 फरवरी की रात बदलापुर के गोरेगांव इलाके में कुछ लोगों ने शावक को इस हालत में सड़क किनारे घुमते देखा।
तेंदुए को इस हालत में देख, लोगों ने तुरंत वन विभाग के अधिकारियों को इसकी जानकारी दी। कुछ लोगों ने तेंदुए की वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दी। वीडियो अपलोड होने के कुछ समय बाद ही, वन विभाग, संजय गांधी नेशनल पार्क, NGO RAWW और अन्य समूहों ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया। रेस्क्यू ऑपरेशन में शामिल करीब 30 लोगों ने 48 घंटे बाद आखिरकार शावक के सिर से प्लास्टिक के डब्बे को अलग किया।
⚠️? #ALERT: #Leopard with its head stuck in #plastic container spotted at #Badlapur in #Thane@MahaForest & #rescue teams @raww_ngo are currently trying to locate the distressed mammal@raww_tweets@tweetsvirat @ranjeetnature @akshay_journo pic.twitter.com/vwfC8YnWXD
— RAWW (@raww_ngo) February 14, 2022
वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि, शावक की उम्र लगभग ढ़ाई साल के लगभग है। टीम को तेंदुए तक पहुंचने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी। दरअसल जंगल की जमीन सख्त होने के चलते शावक के पैरों के निशाना ढूंढना टीम के लिए किसी चुनौती से कम नहीं थी।
बर्तन में फंसा तेंदुए की सिर.. पिछले 40 घंटे से तेंदुए की तलाश में जारी है सर्च ऑपरेशन
मुंबई से सटे बदलापूर के जंगलों में ये तेंदु़आ भटक रहा है। तेंदुए की उम्र करीब ढ़ाई साल है। पिछले 2 दिनों से यह तेंदुआ भूखा प्यासा है। वनविभाग ने पूरी ताकत झोंक दी है इस तेंदुए को बचाने के लिए। pic.twitter.com/IvEXl9YSC5
— Dinesh Mourya (@dineshmourya4) February 15, 2022
तेंदुए की खोज के बाद उसे डार्ट की मदद से बेहोश किया गया। जिसके बाद डिब्बे को शावक के सिर से अलग किया गया। अधिकारियों का कहना है कि, दो दिन तक भूखे प्यासे रहने से शावक की हालत नाजुक बनी हुए है। फिलहाल इलाज के लिए शावक को संजय गांधी राष्ट्रीय उद्यान बचाव केंद्र में रखा गया है।