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Ayodhya Ram Temple: प्राण प्रतिष्ठा के दिन भगवान रामलला पहनेंगे इस रंग का खास वस्त्र, 1985 से इस परिवार के पास है सिलने का जिम्मा

Ayodhya Ram Temple: रामलला की 51 इंच की बालरूप प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा होनी है। अब तक श्रीराम जन्मभूमि के अस्थायी मंदिर में भगवान राम और उनके बाकी भाइयों की एक ही सिंहासन पर रखकर पूजा होती आ रही है। प्राण प्रतिष्ठा के बाद गर्भगृह में सिर्फ रामलला ही रहेंगे। उनके भाइयों की पूजा दूसरे तल पर होगी।

अयोध्या। 22 जनवरी 2024 की तारीख का सभी रामभक्तों को इंतजार है। इसी तारीख को पीएम नरेंद्र मोदी अयोध्या में बन रहे राम मंदिर में भगवान रामलला की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा करेंगे। 22 जनवरी से भगवान राम के बाल रूप की प्रतिमा मंदिर के गर्भगृह में स्थापित होगी। उनको उसी दिन नए वस्त्र पहनाए जाएंगे। रामलला को प्राण प्रतिष्ठा के दिन जो वस्त्र पहनाए जाने हैं, उनको दर्जी का वही परिवार तैयार कर रहा है, जो हमेशा रामलला और उनके भाइयों के लिए वस्त्र तैयार करता है। यही परिवार रामलला के अलावा उनके भाइयों और हनुमानजी की प्रतिमा के लिए भी वस्त्र बनाने का काम इस बार भी कर रहा है।

रामलला की 51 इंच की बालरूप प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा होनी है। अब तक श्रीराम जन्मभूमि के अस्थायी मंदिर में भगवान राम और उनके बाकी भाइयों की एक ही सिंहासन पर रखकर पूजा होती आ रही है। प्राण प्रतिष्ठा के बाद गर्भगृह में सिर्फ रामलला ही रहेंगे। उनके भाइयों की पूजा मंदिर के दूसरे तल पर की जाएगी। रामलला, उनके भाइयों और हनुमानजी के लिए वस्त्र सिलने का काम शंकर लाल का परिवार कर रहा है। साल 1985 से ही शंकर लाल के परिवार को ये जिम्मा मिला हुआ है। शंकर लाल के मुताबिक प्राण प्रतिष्ठा के दिन भगवान रामलला को पीला वस्त्र पहनाया जाएगा। इसके बाद दिन के हिसाब से वो वस्त्र धारण करेंगे। रामलला और उनके भाइयों को रविवार को गुलाबी, सोमवार को श्वेत, मंगलवार को लाल, बुधवार को हरा, गुरुवार को पीला, शुक्रवार को क्रीम और शनिवार को नीला वस्त्र पहनाया जाता है।

शंकर लाल के मुताबिक 22 जनवरी को सोमवार है। इसलिए उस दिन रामलला को श्वेत यानी सफेद वस्त्र पहनाया जाना है, लेकिन चूंकि उस दिन प्राण प्रतिष्ठा का विशेष आयोजन है, इसलिए भगवान की प्रतिमा को पीला वस्त्र पहनाया जाएगा। पीले रंग को शुभ माना जाता है। शंकर लाल के मुताबिक प्राण प्रतिष्ठा के बाद भगवान रामलला को श्वेत वस्त्र पहना दिया जाएगा। रामनवमी के दिन भी अभी तक रामलला और उनके भाइयों की प्रतिमाओं को पीला वस्त्र पहनाया जाता रहा है। शंकर लाल के बड़े भाई भगवान की प्रतिमा के लिए वस्त्रों का नाप ले आए हैं और उसी के मुताबिक वस्त्र तैयार किए जा रहे हैं।