गाजीपुर। यूपी में जरायम के सबसे बड़े नाम और माफिया डॉन के तौर पर चर्चित रहे मुख्तार अंसारी को सुपुर्द-ए-खाक कर दिया गया है। गाजीपुर के मोहम्मदाबाद स्थित कालीबाग कब्रिस्तान में मुख्तार अंसारी को सुपुर्द-ए-खाक किया गया। माफिया मुख्तार अंसारी को सुपुर्द-ए-खाक किए जाने की रस्म उसके छोटे बेटे उमर अंसारी ने पूरी की। मुख्तार अंसारी का बड़ा बेटा और सुभासपा से मऊ सदर सीट का विधायक अब्बास अंसारी कासगंज की जेल में है। उसे पैरोल नहीं मिल सकी थी। इस वजह से अपने पिता के जनाजे में अब्बास अंसारी शामिल नहीं हो सका।
#WATCH | Ghazipur, UP: Funeral procession of gangster-turned-politician Mukhtar Ansari leaves from his Mohammadabad residence amid heavy security.
Mukhtar Ansari died of cardiac arrest on Thursday night at Banda Medical College and he will be laid to rest in Mohammadabad of… pic.twitter.com/G5XUci95h8
— ANI (@ANI) March 30, 2024
मुख्तार अंसारी को सुपुर्द-ए-खाक किए जाने के दौरान गाजीपुर समेत आसपास के कई जिलों में सुरक्षा की कड़ी व्यवस्था की गई थी। पुलिस और एलआईयू की चप्पे-चप्पे पर नजर थी। मुख्तार के बेटे उमर और अन्य परिवारीजनों ने समर्थकों से शांत रहने के लिए भी कहा था। इस वजह से कहीं से किसी अप्रिय घटना की खबर नहीं है। मुख्तार के जनाजे में मोहम्मदाबाद के लोग बड़ी तादाद में शामिल हुए। मोहम्मदाबाद में मुख्तार अंसारी के आवास, जिसे फाटक कहा जाता है, वहां गुरुवार रात से ही समर्थकों का तांता लगा हुआ था। मुख्तार अंसारी के आवास से कालीबाग कब्रिस्तान की दूरी करीब 600 मीटर की है। शवयात्रा के दौरान यहां बहुत कड़ी सुरक्षा रखी गई।
Uttar Pradesh: People in large numbers take part in the funeral procession of gangster-turned-politician Mukhtar Ansari in Mohammadabad, Ghazipur pic.twitter.com/PHGvhAJcp1
— ANI (@ANI) March 30, 2024
मुख्तार अंसारी की मौत गुरुवार की रात बांदा मेडिकल कॉलेज में हो गई थी। तबीयत बिगड़ने के बाद मुख्तार अंसारी को बांदा जेल से अस्पताल लाया गया था। जहां हार्ट अटैक से उसकी जान चली गई। मुख्तार अंसारी ने इससे पहले कोर्ट से कहा था कि बांदा जेल में उसे धीमा जहर दिया गया है। मुख्तार के परिजनों ने भी यही आरोप लगाया है। फिर भी पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट को प्राथमिक तौर पर देखने से पता चलता है कि मुख्तार अंसारी की मौत हार्ट अटैक से हुई। उसका विसरा सुरक्षित रखा गया है। जिसकी जांच के बाद ही पता चलेगा कि मुख्तार को जेल में किसी ने जहर दिया था या नहीं।