नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में करारी शिकस्त मिलने के बाद से ही समाजवादी पार्टी में बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है। सपा के सहयोगी दलों की नाराजगी देखने को मिल रही है। एक तरफ जहां पहले राज्यसभा के टिकट बंटवारों को लेकर घमासान देखने को मिल रहा है। वहीं अब एमएलसी टिकट न मिलने से सहयोगी पार्टी महान दल अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) की सपा से अपना नाता तोड़ लिया है। इसके साथ महान दल के अध्यक्ष केशव देव मौर्य (Keshav Dev Maurya) ने अखिलेश यादव पर कई गंभीर आरोप भी लगाए है। बुधवार को केशव देव ने अखिलेश यादव को खरी खोटी सुनाते हुए कहा वो चाटुकारों से घिरे हुए हैं। उन्हें अब मेरी दरकार नहीं है। इसलिए हम गठबंधन नाता तोड़ रहे हैं।
केशव देव मौर्य ने अखिलेश यादव की पार्टी पर नजरअंदाज करने का भी आरोप लगाया है। इसके अलावा महान दल के अध्यक्ष केशव स्वामी प्रसाद मौर्य से भी खफा हैं। उन्होंने स्वामी प्रसाद को लपेटे में लेते हुए कहा कि, वो पहले बहुजन समाज पार्टी में रहे, उसके बाद स्वामी प्रसाद ने भाजपा का दामन थमा और अब समाजवादी पार्टी में हैं। ऐसा व्यक्ति जो पार्टी बदलता रहे उसको क्या कहेंगे लेकिन सपा प्रमुख अखिलेश यादव उन पर मेहरबान हैं। इतना ही नहीं केशव देव मौर्य ने स्वामी प्रसाद मौर्य को अखिलेश यादव की कठपुतली तक कह डाला।
आपको बता दें कि महान दल ने साल 2022 के विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी से गठबंधन किया था। महान दल ने सपा के चुनाव चिन्ह पर अपने कैंडिडेट को उतारा था। चुनाव में सपा गठबंधन में महान दल को 2 सीटें ही मिली थी। विधानसभा चुनाव में सपा गठबंधन को करारी मात खानी पड़ी थी। बता दें कि भाजपा ने यूपी चुनाव में इतिहास रचते हुए 270 से ज्यादा सीटें जीती थी। जबकि, सपा गठबंधन के खाते में 125 सीट आई थी।