नई दिल्ली। कर्नाटक का हिजाब विवाद मामला अब सियासी रंग लेता जा रहा है। तमाम दलों के नेता हिजाब विवाद पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त कर रहे हैं। कोई स्कूल-कॉलेज में हिजाब पहनने के अधिकार के कानून का समर्थन करते नजर आ रहा है, तो कोई इसके खिलाफ अपना विरोध दर्ज करा रहा है। वहीं हिजाब विवाद पर अब महाराष्ट्र सरकार में मंत्री और शिवेसना प्रमुख उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे का बयान आया है। एक तरफ जहां हिजाब विवाद पर शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे ने अपने सहयोगी कांग्रेस को आईना दिखाने की कोशिश की है। वहीं दूसरे ओर इस मसले पर भाजपा को समर्थन दिया है। दरअसल, आदित्य ठाकरे ने कहा कि स्कूलों और कॉलेज में यूनिफॉर्म जरूरी है। अब उनके इस बयान के बाद महाराष्ट्र की महाअघाडी सरकार में घमासान मच सकता है कि क्योंकि जहां कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका वाड्रा इस मामले को लेकर सरकार को घेर रहे हैं। वहीं अब आदित्य ठाकरे ने हिजाब विवाद पर भाजपा का समर्थन कर कांग्रेस को सवाल के कठघरे में खड़ा किया है।
आइए…आपको बताते है कि शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे ने क्या कुछ कहा है। उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि, ”स्कूल और कॉलेज के लिए यूनिफॉर्म तय होती है और इसे फॉलो किया जाना चाहिए। शिक्षा के केंद्रों में केवल शिक्षा पर ही ध्यान दिया जाना चाहिए। धार्मिक और पॉलिटिकल मुद्दों को स्कूलों और कॉलेजों में नहीं लाना चाहिए।” बता दें कि कर्नाटक (Karnataka) में कॉलेज में हिजाब पहने को लेकर घमासान छिड़ा हुआ है। इस मसले को लेकर देशभर में बहस छिड़ हुई है।
जानिए क्या है पूरा मामला-
गौरतलब है कि कुछ दिनों पहले सोशल मीडिया पर कर्नाटक के एक कॉलेज का वीडियो वायरल हुआ था जिसमें एक लड़की कॉलेज में हिजाब पहने नजर आई थी। छात्रों की भीड़ लड़की को ओर बढ़ती दिखाई दी। इतना ही नहीं लड़की के सामने छात्रों ने ‘जय श्री राम के नारे’ लगाए थे जिसके जवाब में लड़की ने भी अल्लाहू अकबर के नारे लगाए थे।