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Maharashtra: NCP नेता नवाब मलिक का आरोप- सरकार ने रोकी रेमडेसिविर इंजेक्शन की सप्लाई, केंद्रीय मंत्री ने बताई सच्चाई

Remdesivir Injection: बता दें कि आरोप यह भी कि, इस इंजेक्शन का निर्माण करने वाली कंपनियों को धमकी दी गई है कि अगर उन्होंने इंजेक्शन को सप्लाई किया तो उनका लाइसेंस रद्द कर दिया जाएगा।

नई दिल्ली। कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच महाराष्ट्र सुर्खियों में हैं। महाराष्ट्र ही एक ऐसा राज्य है जहां से देशभर में कोरोना के सबसे अधिक मामले सामने आ रहे हैं। ऐसे में महाराष्ट्र सरकार में सहयोगी दल एनसीपी के नेता नवाब मलिक ने केंद्र सरकार पर बड़ा गंभीर आरोप लगाया है। बता दें कि नवाब मलिक ने रेमडेसिविर इंजेक्शन को लेकर सरकार पर आरोप लगाया है कि, केंद्र ने रेमडेसिविर इंजेक्शन सप्लाई करने वाली सभी कंपनियों को धमकाया है और महाराष्ट्र को ये दवा देने के लिए मना किया है। इस आरोप के बाद सियासी गलियारे में हलचल मच गई है। बता दें कि केंद्र सरकार महाराष्ट्र के हालात को लेकर जिस तरह से हर संभव मदद करने की बात कह रही है, ऐसे में नवाब मलिक का ताजा बयान गंभीर आरोप भरा है। बता दें कि आरोप यह भी कि, इस इंजेक्शन का निर्माण करने वाली कंपनियों को धमकी दी गई है कि अगर उन्होंने इंजेक्शन को सप्लाई किया तो उनका लाइसेंस रद्द कर दिया जाएगा।

nawab malik

नवाब मलिक ने आगे कहा, “हमें लगता है केंद्र का ये रवैया घातक है। देश में लोग दवा बिना मर रहे हैं। महाराष्ट्र सरकार रेमडेसिविर इंजेक्शन खरीदना चाहती है, तो बेचने वालों को रोका जा रहा है। ये गलत है। क्या ये भेदभाव का रवैया नहीं है? क्या महाराष्ट्र में रहने वाले भारत के हैं या नहीं, ये केंद्र की सरकार तो बताना पड़ेगा।”

remdesivir

वहीं केंद्रीय मंत्री मनसुख मंडाविया ने नवाब मलिक के आरोप पर अपना जवाब दिया है। उन्होंने कहा है कि, नवाब मलिक का ये बयान हैरान करने वाला है। उन्होंने जो कहा वो आधा सच और झूठ से भरा है और जारी किए बयान अस्वीकार्य हैं। मलिक जमीनी हालात से अनजान है। GoM के अधिकारियों के साथ भारत सरकार सक्रिय संपर्क में है और हर तरीके से रेमेड्सवियर की आपूर्ति में सहायता कर रहा है। उनका यह कहना कि कंपनियों को इंजेक्शन ना देने के लिए धमकाया जा रहा है, सरासर गलत है।

मनसुख ने कहा कि, हम देश में इसका दोगुना उत्पादन कर रहे हैं और निर्माताओं को 12 अप्रैल 2021 के बाद से 20 से अधिक उत्पादन ईकाईयों  अनुमति दे दी गई है। महाराष्ट्र के लोगों को रेमेडिसवियर की पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित करना हमारी प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि, मेरा आपसे अनुरोध है कि आप इन 16 कंपनियों की सूची, स्टॉक की उपलब्धता और WHO-GMP को उनके साथ साझा करें। हमारी सरकार हमारे लोगों की मदद के लिए सब कुछ करने के लिए प्रतिबद्ध है।