newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

Mahua Moitra Sent Legal Notice to Nishikant Dubey: महुआ मोइत्रा ने निशिकांत दुबे को थमाया कानूनी नोटिस, TMC सांसद पर लगाया था ये गंभीर आरोप

इस पूरे मसले ने विपक्षी दलों को एकजुट कर दिया। कांग्रेस सहित तमान विपक्षी दल महुआ मोइत्रा के खिलाफ बीजेपी नता निशिकांत दुबे द्वारा की गई इस शिकायत की मजम्मत कर रहे हैं। इस पूरे मसले ने एक बार फिर से अदानी प्रकरण को गरम कर दिया है।

नई दिल्ली। गोड्डा से बीजेपी सांसद और केंद्रीय मंत्री निशिकांत दुबे ने महुआ मोइत्रा पर गंभीर आरोप लगाया। दरअसल, उन्होंने लोकसभा स्पीकर ओम बिरला को पत्र लिखकर कहा कि महुआ मोइत्रा व्यापारी दर्शन हीरानंदानी के हितों के संदर्भ में ही संसद में सवाल पूछती है। बीजेपी सांसद ने यहां तक दावा किया कि महुआ के 70 फीसद से भी अधिक सवाल दर्शन हीरानंदानी के हितों के संदर्भ में ही होते हैं। इस बीच निशिकांत दुबे ने लोकसभा स्पीकर ओम बिरला को पत्र लिखकर महुआ के खिलाफ जांच कर और उन्हें संसद से निलंबित करने की मांग की है। उधर, महुआ ने इन आरोपों को सिरे से खारिज कर इसे राजनीतिक दुर्भावना से प्रेरित बताया है। इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा कि वो हर प्रकार का जांच का सामना करने के लिए तैयार है। बहरहाल, अब आगामी दिनों में इस पूरे मामले में क्या कुछ कार्रवाई की जाती है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी, लेकिन आइए उससे पहले आपको इस प्रकरण से जुड़ी एक बड़ी खबर के बारे में इस रिपोर्ट में विस्तार से बताते हैं।

जानें ताजा जानकारी

दरअसल, खबर है कि टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने बीजेपी नेता निशिकांत दुबे को कानून नोटिस भेजा है। माना जा रहा है कि आगामी दिनों में महुआ बीजेपी नेता के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई भी कर सकती है। यकीन मानिए, अगर ऐसा हुआ, तो इससे निशिकांत दुबे की मुश्किलें बढ़ सकती है। हालांकि, महुआ का दो टूक कहना है कि निशिकांत द्वारा लगाए गए सभी आरोप पूरी तरह से बेबुनियादी हैं, जिनमें बिल्कुल भी सत्यता नहीं है। यह सभी आरोप राजनीतिक दुर्भावना से प्रेरित होकर लगाए गए हैं। उधर, आपको बता दें कि इस पूरे प्रकरण ने एक बार फिर से विपक्षी दलों को एकजुट कर दिया है।

mahua moitra

एकजुट हुए विपक्षी दल

बता दें कि इस पूरे मसले ने विपक्षी दलों को एकजुट कर दिया है। कांग्रेस सहित तमाम विपक्षी दल महुआ मोइत्रा के खिलाफ बीजेपी नेता निशिकांत दुबे द्वारा की गई इस शिकायत की मजम्मत कर रहे हैं। इस पूरे मसले ने एक बार फिर से अदानी प्रकरण को गरम कर दिया है। दरअसल, विपक्षी दलों का कहना है कि केंद्र सरकार नहीं चाहती है कि कोई विपक्षी दल उनसे सदन में अदानी प्रकरण को लेकर सवाल करें और जो भी सवाल पूछने की कोशिश करता है, तो उसके खिलाफ इस तरह के हथकंडे अपनाकर उसकी आवाज को दबाने की कोशिश की जाती है।