
नई दिल्ली। अपने बयानों के लिए सुर्खियों में रहने वाली पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) की सुप्रीमो और जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने एक बार फिर से बयान दिया है। इस बार उनकी बौखलाहट ज्ञानवापी मस्जिद के लिए हो रहे सर्वे को लेकर थी।
देश में 50% पर्यटन मुगलों की वजह से- महबूबा मुफ्ती
उन्होंने सोमवार को बयान देते हुए कहा कि यदि मस्जिद लेने से बेरोजगारी और महंगाई जैसे मुद्दे हल हो जाते हैं, तो मोदी सरकार को मस्जिदों की एक सूची बना लेनी चाहिए। महबूबा मुफ्ती यहीं पर नहीं रुकी, उन्होंने बाद में कहा कि इस देश में 50 प्रतिशत पर्यटन क्षेत्र मुगलों की वजह से हैं। भाजपा इस देश के पर्यटन क्षेत्रों को खत्म कर देना चाहती है।
यह पहली बार नहीं है जब महबूबा मुफ्ती इस तरह के बयान दे रही हैं। इससे पहले भी उन्होंने धर्म की राजनीति करके खूब राजनीतिक रोटियां सेंकी है। बता दें कि ज्ञानवापी मुद्दे पर भी महबूबा मुफ्ती कुछ दिन पहले बीजेपी को अजीब तरह का चैलेंज करते हुए नजर आई थी। जिसमें उन्होंने कहा था कि बीजेपी में अगर दम है तो ताजमहल और लाल किला को मंदिर बना कर दिखाए फिर देखते हैं कि भारत में कितने लोग इसे देखने के लिए आएंगे। इसके बाद उन्होंने भारत की तुलना पाकिस्तान जैसे देशों के साथ करते हुए कहा था कि आज पाकिस्तान और नेपाल भारत से आगे जा चुके हैं।
यदि बात करे ज्ञानवापी मस्जिद की तो कोर्ट ने इसके सर्वे के लिए एक कमीशन गठित किया था। बता दें कि अब कोर्ट द्वारा नियुक्त कमीशन ने सोमवार को सर्वे का काम पुरा कर लिया है। इस साथ ही कमीशन 17 मई को कोर्ट में अपनी रिपोर्ट सौंपने वाला है। इससे पहले कोर्ट ने ज्ञानवापी मस्जिद पर मुस्लिम पक्ष को झटका देते हुए मस्जिद में सर्वे की इजाजद दी थी और साथ ही कमिश्नर को ना बदलने का भी आदेश दिया था।