नई दिल्ली। पंजाब के बाद अब उत्तराखंड कांग्रेस में बवाल देखने को मिल रहा है। उत्तराखंड के पूर्व सीएम और वरिष्ठ कांग्रेसी नेता हरीश रावत ने पार्टी के खिलाफ बगावती तेवर दिखाने शुरू कर दिए है। दरअसल हरीश रावत ने सोशल मीडिया के जरिए पार्टी के खिलाफ नाराजगी जताई थी। इसके साथ ही हरीश रावत ने आरोप लगाया कि कांग्रेस आलाकमान और उसके करीबियों से उन्हें सहयोग नहीं मिल रहा है। हरीश रावत ने अपने पोस्ट के जरिए कांग्रेस छोड़ने के संकेत दिए थे। जिसके बाद ऐसे कयास लगाए जा रहे है कि उनका कांग्रेस से मोह भंग हो गया है। बता दें कि अगले साल उत्तराखंड में विधानसभा के चुनाव होने वाले है। ऐसे में कांग्रेस के दिग्गज नेता का बागी तेवर दिखना पार्टी के मुश्किलें खड़ी कर सकता है।
वहीं हरीश रावत के बयान के बाद अब पार्टी के दिग्गज नेताओं की प्रतिक्रिया सामने आ रही है। इतना ही नहीं पार्टी के सांसदों कांग्रेस हाईकमान को नसीहत देते दिख रहे है। इसी क्रम में एक बार फिर कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने पार्टी पर हमला बोला है। गुरुवार को मनीष तिवारी ने अपने ट्वीट में लिखा है, “पहले असम, फिर पंजाब और अब उत्तराखंड, भोग पूरा ही डालेंगे, कसर ना रह जाए कोई।” ये पहली बार नहीं है जब मनीष तिवारी ने कांग्रेस को निशाने पर लिया हो। इससे पहले भी पंजाब विवाद को लेकर पार्टी हाईकमान को जमकर खरी खोटी सुनाई थी।
इससे पहले हरीश रावत के पर पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने तंज कसा था। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने ANI की इस खबर को रिट्वीट करते हुए कहा है कि जो बोओगे वही काटोगे! आपके भविष्य के प्रयासों के लिए शुभकामनाएं (यदि कोई हो)।
You reap what you sow! All the best for your future endeavours (if there are any) @harishrawatcmuk ji. https://t.co/6QfFkVt8ZO
— Capt.Amarinder Singh (@capt_amarinder) December 22, 2021
आपको बता दें कि बुधवार को हरीश रावत ने कांग्रेस आलाकमान पर ये कहते हुए निशाना साधा था कि उत्तराखंड चुनाव में पार्टी की जीत के लिए वो जो काम कर रहे हैं, उसे आलाकमान या उसके करीबी समर्थन नहीं दे रहे हैं। गौर करने वाली बात ये भी है कि हरीश रावत को भी गांधी परिवार का करीबी माना जाता है।