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Covid In India: चीन में हाहाकार मचा रहा कोरोना का BF.7 वैरिएंट तो सितंबर में ही आ चुका है भारत, लेकिन मोदी सरकार के इस फैसले ने थाम ली इसकी रफ्तार

भारत में अब तक 220 करोड़ कोरोना वैक्सीन की डोज दी जा चुकी है। ये संख्या वैक्सीन की पहली, दूसरी और बूस्टर डोज को मिलाकर है। भारत में 18 जनवरी 2021 से वैक्सीनेशन की शुरुआत की गई थी। देश में लोगों को कोविशील्ड और कोवैक्सीन नाम की वैक्सीन मुख्य रूप से दी गई।

नई दिल्ली। चीन समेत कई देशों में कोरोना के नए वैरिएंट BF.7 ने हाहाकार मचा रखा है। इस वैरिएंट की वजह से अस्पतालों में मरीजों की तादाद बढ़ रही है। चीन में तो लोग मारे भी जा रहे हैं और अंतिम संस्कार के लिए श्मशानघाटों पर लंबी कतारें हैं, लेकिन इस बीच बड़ी जानकारी उनके लिए है, जो पीएम नरेंद्र मोदी की सरकार के वैक्सीनेशन अभियान को सवालों के घेरे में रखते आए हैं। तमाम विपक्षी नेताओं और कुछ सेलेब्रिटीज ने भारत में कोरोना वैक्सीनेशन पर सवाल उठाए थे। यहां तक कि विदेश वैक्सीन लेने के लिए सोशल मीडिया पर अभियान तक चलाया था। मोदी सरकार ने दबाव में आए बिना देश में बनी वैक्सीन लोगों को दी। गरीबों को ये वैक्सीन मुफ्त में दी गई। दो डोज और फिर बूस्टर वैक्सीन डोज से कोरोना को थामने की कोशिश की गई। वैक्सीनेशन की ये सफल गाथा आज रंग दिखा रही है। भारत में बनी तमाम कोरोना विरोधी वैक्सीन का ही कमाल है कि यहां फिलहाल चीन जैसे हालात नहीं दिख रहे।

covid vaccine

सरकार की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक जिस BF.7 वैरिएंट का कोरोना वायरस चीन समेत बाकी देशों में कहर बरपा रहा है, वो तो इस साल सितंबर यानी करीब 4 महीने पहले भारत में दाखिल हो चुका है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने बुधवार को बताया कि ये कोरोना वैरिएंट वडोदरा में एक एनआरआई महिला में मिला था। वो अमेरिका से आई थी। उसके संपर्क में आए दो लोगों की भी जांच हुई थी। इन दोनों की रिपोर्ट नेगेटिव आई थी। महिला के अलावा BF.7 के दो मरीजों में से एक अहमदाबाद और ओडिशा में मिले थे। तीनों ही ठीक हो गए। माना जा रहा है कि जबरदस्त वैक्सीनेशन और बूस्टर डोज की वजह से कोरोना का BF.7 वैरिएंट फैलने से रुक गया। जबकि, चीन समेत अन्य देशों में वैक्सीनेशन के बावजूद ये वैरिएंट तेजी से फैल रहा है।

Covishield

स्वास्थ्य मंत्री मंडाविया ने बीती 19 दिसंबर को संसद में एक सवाल के जवाब में बताया था कि भारत में अब तक 220 करोड़ कोरोना वैक्सीन की डोज दी जा चुकी है। ये संख्या वैक्सीन की पहली, दूसरी और बूस्टर डोज को मिलाकर है। भारत में 18 जनवरी 2021 से वैक्सीनेशन की शुरुआत की गई थी। देश में लोगों को कोविशील्ड और कोवैक्सीन नाम की वैक्सीन मुख्य रूप से दी गई। इनमें से कोवैक्सीन पूरी तरह देश में बनी यानी स्वदेशी है।