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Meditation Of PM Modi In Kanniyakumari: कन्याकुमारी के विवेकानंद रॉक मेमोरियल में पीएम मोदी की ध्यान साधना जारी, 45 घंटे का रखा है उपवास, देखिए Video

Meditation Of PM Modi In Kanniyakumari: पीएम मोदी ने साल 2014 के लोकसभा चुनाव का प्रचार खत्म होने के बाद महाराष्ट्र के एक मंदिर में ध्यान लगाया था। वहीं, 2019 के लोकसभा चुनाव के खात्मे के बाद वो उत्तराखंड के केदारनाथ गए थे और वहां 24 घंटे तक एक गुफा में ध्यान साधना की थी।

कन्याकुमारी। तमिलनाडु के कन्याकुमारी में पीएम नरेंद्र मोदी की ध्यान साधना जारी है। पीएम मोदी ने लोकसभा चुनाव का प्रचार खत्म कर गुरुवार शाम से कन्याकुमारी स्थित विवेकानंद रॉक मेमोरियल में ध्यान साधना शुरू की थी। पीएम मोदी 1 जून तक ध्यान साधना करेंगे। वो 45 घंटे तक ध्यान लगाएंगे। मोदी पिछले 2 बार के लोकसभा चुनाव के दौरान प्रचार खत्म होने पर ध्यान साधना करते रहे हैं। अपनी ध्यान साधना के दौरान पीएम मोदी किसी तरह का अन्न भी ग्रहण नहीं कर रहे हैं। ऐसा ही वो पहले भी करते रहे हैं।

पीएम मोदी ने साल 2014 के लोकसभा चुनाव का प्रचार खत्म होने के बाद महाराष्ट्र के एक मंदिर में ध्यान लगाया था। वहीं, 2019 के लोकसभा चुनाव के खात्मे के बाद वो उत्तराखंड के केदारनाथ गए थे और वहां 24 घंटे तक एक गुफा में ध्यान साधना की थी। इस बार मोदी ज्यादा वक्त तक ध्यान साधना कर रहे हैं। मोदी की ध्यान साधना के कारण कन्याकुमारी स्थित विवेकानंद रॉक मेमोरियल के पास समुद्र में कड़ी सुरक्षा बरती जा रही है। यहां 3 दिन तक मछुआरों के भी जाने पर प्रतिबंध लगाया गया है। इसके अलावा समुद्र तट पर भी बड़ी तादाद में पुलिस और अन्य सुरक्षाकर्मियों की तैनाती है।

पीएम मोदी ने केदारनाथ की गुफा में भी 2019 में ध्यान लगाया था।

मोदी ने पहले भी 2 बार लोकसभा चुनाव के वक्त ध्यान साधना की, लेकिन इस बार उनके ध्यान साधना पर विपक्ष ने सवाल खड़े किए हैं। विपक्ष के कुछ नेताओं ने तंज कसा है कि सत्ता गंवाने से पहले मोदी अपने कार्यों के लिए पश्चाताप कर रहे हैं। वहीं, कांग्रेस ने चुनाव आयोग में अर्जी देकर मोदी की ध्यान साधना की खबरें मीडिया में दिखाने पर रोक लगाने की मांग की है। कांग्रेस का कहना है कि मोदी की कन्याकुमारी में ध्यान साधना आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन है। कुल मिलाकर मोदी की ध्यान साधना भी सियासी जंजाल में घिरी है। लोकसभा या किसी भी चुनाव के प्रचार के बाद मंदिरों और तीर्थस्थल जाकर ध्यान साधना करने वाले मोदी देश के पहले नेता हैं।