कोलकाता। पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी की सरकार के मंत्री और कोलकाता के मेयर फिरहाद हकीम ने राज्य में जगह-जगह हो रही फायरिंग की घटनाओं पर विवादित बयान दिया है। बीजेपी की ओर से इस मामले में विधानसभा से वॉकआउट करने के बारे में हकीम ने टिप्पणी की कि अगर गोली और कारतूस नहीं रहेंगे, तो पुलिस और कोर्ट भी नहीं रहेंगे। ममता के मंत्री के इस बयान पर बीजेपी के नेता शमिक भट्टाचार्य ने राज्य सरकार को निशाने पर लिया है। फिरहाद ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि एक या दो ऐसी घटनाएं हो सकती हैं। हम इसे लेकर बार-बार बात करते हैं। अगर फायरिंग नहीं होगी, कारतूस नहीं होंगे तो पुलिस और कोर्ट की भी जरूरत नहीं होगी।
फिरहाद हकीम ने दावा किया कि पश्चिम बंगाल की स्थिति अन्य राज्यों से बेहतर है। उन्होंने यूपी और बिहार पर निशाना साधते हुए कहा कि इन राज्यों से शूटर यहां नहीं आएंगे, तो गोली और बम भी नहीं आएंगे। फिर ऐसी घटनाएं भी नहीं होंगी। फिरहाद हकीम अपने बयान को और आगे भी ले गए। उन्होंने कहा कि इस तरह क्या देश में ही कोई सीमा पर किसी को रोक सकता है। देश की सीमा पर जिस तरह तलाशी ली जाती है, क्या देश के भीतर राज्यों की सीमा पर ऐसा हो सकता है। इस वजह से ऐसी घटनाएं तो होंगी ही। हम निगरानी कर रहे हैं, पुलिस भी काम कर रही है, ताकि कोई ऐसा दुस्साहस न कर सके। फिरहाद के इस बयान पर बीजेपी नेता शमीक भट्टाचार्य ने कहा कि संविधान की शपथ लेने वाले एक मंत्री इस तरह की बातें कर रहे हैं। इससे समझ में आ जाता है कि कानून की हालत क्या है।
बता दें कि कोलकाता समेत पश्चिम बंगाल के कई इलाकों में पिछले कुछ दिनों में फायरिंग की तमाम घटनाएं हुई हैं। इन घटनाओं पर बीजेपी और अन्य विपक्षी दलों ने ममता सरकार को घेरा है। फिरहाद हकीम के बयान के बाद सूबे की सियासत और गर्माने के आसार हैं।