newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

कोरोना की दूसरी लहर के बीच कैसा रहा मोदी सरकार का कामकाज का हिसाब, सर्वे में हुआ बड़ा खुलासा

Coronavirus: सी वोटर के सर्वे में 74 फीसदी सरकार के काम से संतुष्ट, केवल 21 फीसदी लोग असंतुष्ट। 5 प्रतिशत ऐसे भी जो इस सवाल का जवाब नहीं दे पा। इस सर्वे में सी वोटर ने देशभर के 40 हजार लोगों की राय ली।

नई दिल्ली। भारत में अप्रैल-मई के दौरान कोविड-19 की दूसरी लहर ने कहर बरपाया था, जिससे देश के लोगों में केंद्र सरकार के प्रति विश्वास की कमी भी देखी गई, मगर सात जून को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राष्ट्र के नाम संबोधन के बाद से इस दिशा में सुधार होता दिख रहा है। कोरोना की दूसरी लहर में बेड, दवाओं, ऑक्सीजन और वेंटीलेटर की किल्लत नज़र आई। उस दौर में सरकार कितनी मदद कर पाई। वहीं सी वोटर सर्वे से सरकार के कामकाज का सच सामने आया है।

PM Narendra Modi

सी वोटर के सर्वे में 74 फीसदी सरकार के काम से संतुष्ट, केवल 21 फीसदी लोग असंतुष्ट। 5 प्रतिशत ऐसे भी जो इस सवाल का जवाब नहीं दे पा। इस सर्वे में सी वोटर ने देशभर के 40 हजार लोगों की राय ली।

उठे सवाल तो सरकार ने काम कर दिया जवाब

कोरोना की दूसरी लहर में पिछले तीन महीने के दौरान काफी तबाही हुई। मोदी सरकार ने इस अप्रत्याशित स्थिति से निपटने के लिए जी जान लगा दी। इसका असर भी हुआ। 15 अप्रैल के आसपास सरकार से संतुष्ट लोगों की संख्या 57.7 प्रतिशत थी। ये वो वक्त था, जब दूसरी लहर की शुरुआत हो रही थी।

कोरोना काल में सरकार की लोकप्रियता के इस मीटर में बंगाल का फैक्टर भी सामने आया। बंगाल में मोदी सरकार पर कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच चुनावी रैलियां करने के आरोप लगे। ऐसे में 22 अप्रैल को प्रधानमंत्री ने रैली रोकने का एलान किया। उस वक्त भी 51.2 प्रतिशत लोग सरकार के कामकाज से संतुष्ट थे।

Coronavirus
फिर कोरोना का तांडव दिखा। फलस्वरूप लोगों में नाराजगी दिखी। 2 मई को 5 राज्यों के विधानसभा चुनावों की मतगणना हुई, तो ये असंतुष्टि भी बढ़ गई। तब तक संतुष्ट रहने वालों की संख्या सिर्फ 37.3 प्रतिशत ही बची। अगला महत्वपूर्ण आंकड़ा 7 मई का है जब दूसरी लहर अपने चरम पर थी। उस वक्त केन्द्र के काम से संतुष्ट रहने वालों की संख्या केवल 34.6 प्रतिशत थी। 16 मई तक आते आते असंतुष्टों की संख्या ज्यादा हो गई। अब सिर्फ 32.9 प्रतिशत लोग ही संतुष्ट बचे थे।

मगर इसके बाद हालात सुधरे, 7 जून को प्रधानमंत्री ने एक देश एक वैक्सीन का ऐलान किया। यहीं से गेम चेंज होना शुरू हो गया। संतुष्टों की संख्या भी बढ़ी और 45.4% लोग सरकार के काम से संतुष्ट दिखे।

Bengal modi rally
सी-वोटर ने सवाल किया कि लोगों को कोरोना काल में जरूरत पड़ने पर बेड, ICU, ऑक्सीजन मिला? तो 32 फीसदी लोगों ने कहा कि आसानी से मिल गया। 14 फीसदी ने कहा कि थोड़ी सी परेशानी हुई। 6 फीसदी ने कहा कि बहुत ज्यादा परेशानी हुई। 9 फीसदी ने कहा कि ये सब नहीं मिला। जबकि 39 फीसदी ने कहा कि जरूरत नहीं पड़ी।