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कोरोना काल में भी इकोनॉमी को रफ्तार देने की कोशिश में मोदी सरकार, वित्त मंत्री ने बताया कैसे संभलेगी अर्थव्यवस्था

Finance Minister Nirmala Sitharaman : कोरोनावायरस (Coronavirus) संक्रमण की चैन को तोड़ने के लिए केंद्र सरकार ने देशव्यापी लॉकडाउन लगाया था। जिसके चलते देश की अर्थव्यवस्था को भारी नुकसान हुआ है। इतना ही नहीं देशव्यापी लॉकडाउन के कारण अप्रैल-जून तिमाही में सकल घरेलू उत्पाद (GDP) में 23.9 फीसदी की गिरावट दर्ज की है।

नई दिल्ली। कोरोनावायरस (Coronavirus) संक्रमण की चैन को तोड़ने के लिए केंद्र सरकार ने देशव्यापी लॉकडाउन लगाया था। जिसके चलते देश की अर्थव्यवस्था को भारी नुकसान हुआ है। इतना ही नहीं देशव्यापी लॉकडाउन के कारण अप्रैल-जून तिमाही में सकल घरेलू उत्पाद (GDP) में 23.9 फीसदी की गिरावट दर्ज की है। वहीं मोदी सरकार ने बिगड़ी हुई अर्थव्यवस्था को वापस पटरी पर लाने के लिए कई तरह के राहत पैकेज का ऐलान किया। जिसमें-आत्मनिर्भर भारत पैकेज (Aatmanirbhar Bharat Package),पीएम गरीब कल्याण पैकेज (PM Garib Kalyan package) आदि शामिल है। इस बीच वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण (Finance Minister Nirmala Sitharaman) ने संकेत दिए हैं कि अगर जरुरत पड़ी तो मोदी सरकार एक और राहत पैकेज की घोषणा कर सकती है। वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने ये बयान एक इंटरव्यू के दौरान कही है।

Nirmala Sitharaman

निर्मला सीतारमण के कहा कि अर्थव्यवस्था के जानकारों की माने तो दूसरे और तीसरे तिमाही में देश की अर्थव्यवस्था में सुधार होगा। अप्रैल-जून तिमाही में जीडीपी में 23.9 फीसदी की गिरावट के बाद देश की आर्थिक स्थिति में सुधार की उम्मीद है। सीतारमण ने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो सरकार दूसरे प्रोत्साहन पैकेज की घोषणा कर सकती है। साथ ही उन्होंने कहा कि सरकार इकोनॉमी में सुधार के लिए वो हर संभव कोशिश कर रही है जो वो कर सकती है।

पहली तिमाही में जीडीपी में 23.9% की गिरावट पर उन्होंने कहा कि हम मूल्याकंन कर रहे हैं, लेकिन अब तक हम किसी आंकड़े पर नहीं पहुंचे हैं। लॉकडाउन के कारण पहली तिमाही में जीडीपी पर गहरा असर पड़ा है। लेकिन जुलाई के बाद से दीरे-धीरे कुछ सेक्टर में सुधार आने लगे हैं। उन्होंने कहा कि प्रवासी मजदूर अपने काम पर लौट रहे हैं। ये अर्थव्यवस्था में सुधार के संकेत हैं।

FM Smt Nirmala Sitharaman

उन्होंने कहा कि बीते 6 महीने में चुनौतियां कम नहीं हुई हैं, बल्कि इन चुनौतियों का नेचर बदल गया है। वित्तमंत्री सीतारमण ने कहा कि अर्थव्यवस्था के लिए जोखिम उठाने के लिए हम हर संभव कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा है कि सरकार में इसे लेकर कोई ​हिचकिचाहट नहीं है। हम सही समय पर प्रोत्साहन  देंगे। राहत पैकेज पर उन्होंने कहा कि हम सबकी सुन रहे हैं और अर्थव्यस्था के हर क्षेत्र की स्थिति का आंकलन कर रहे हैं। अगर जरूरत पड़ी तो हम जरूरत एक और प्रोत्साहन पैकेज लेकर आएंगे।