नई दिल्ली। बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर एक वर्चुअल कार्यक्रम आयोजन हुआ जो फंट्रलाइन वारियर्स, जैसे मेडिकल स्टाफ, डॉक्टर और पुलिसकर्मी तथा अन्य के सम्मान में आयोजित किया गया। इस आयोजन में दुनियाभर के कई बड़े नेताओं ने हिस्सा लिया। इस मौके पर पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि, इस बार परिस्थितियां अलग हैं, दुनिया मुश्किल वक्त से गुजर रही है।
पीएम मोदी ने कहा कि, आपके बीच आना मेरे लिए सौभाग्य होता, लेकिन मौजूदा स्थिति इसकी इजाजत नहीं देती है। भारत बिना स्वार्थ के साथ इस वक्त दुनिया के साथ खड़ा है, हमें अपने साथ-साथ अपने परिवार, आसपास की सुरक्षा करनी होगी। संकट के समय में हर किसी की मदद करना ही सबका धर्म है।
उन्होंने कहा कि, “संकट के समय हमें मदद करने की जरूरत है। हमें अपनी, अपने परिवार और दूसरों की रक्षा करनी है। भारत विश्व हित में काम कर रहा है और करता रहेगा। मानवता की सेवा करने वाले बुद्ध के सच्चे अनुयायी हैं। हमारा काम सेवा भाव होना चाहिए। दुनिया इस समय मुश्किल से गुजर रही है। भगवान बुद्ध अपने दीपक स्वयं बने और दूसरों के जीवन को प्रकाशित करते रहे।”
पीएम मोदी ने कहा कि, “भारत बिना स्वार्थ दुनिया के साथ खड़ा है। हमारे आसपास कई ऐसे लोग हैं जो बिना किसी स्वार्थ के काम कर रहे हैं। संकट की ये घड़ी लोगों की सहायता करने की है। आज के समय में बुद्ध की सीख प्रासंगिक है। कई लोग मानवता की सेवा में जुटे हुए हैं। मानवता की सेवा करने वाले नमन के पात्र हैं।”
आपको बता दे कि, कोरोना वायरस के प्रकोप को देखते हुए इस साल सावधानी बरती जा रही है। इस बार सामाजिक दूरी को ध्यान में रखते हुए बुद्ध पूर्णिमा समारोह वर्चुअल स्तर पर आयोजित किया जाएगा। वेसाक बुद्ध पूर्णिमा को तिहरे धन्य दिवस यानी तथागत गौतम बुद्ध के जन्म, ज्ञान की प्राप्ति और महापरिनिर्वाण दिवस के रूप में माना जाता है।